उमरिया:  उमरिया में भारी सुरक्षा के बीच हुआ मृतक गोंगपा नेता दयाराम सिंह गोंड का आज अंतिम संस्कार कर दिया गया. भारी सुरक्षा के बीच  इस दौरान गांव में कलेक्टर एसपी मौजूद रहे. 


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बता दें कि जेल में बंद विचाराधीन कैदी दयाराम सिंह की मौत के बाद मंगलवार की सुबह उसका भारी सुरक्षा के बीच मृतक के गृह ग्राम हिरौली में उसका अंतिम संस्कार कराया गया है. इस दौरान जिले के कलेक्टर एसपी समेत हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात रहा है.


पुलिस पर हमले का आरोपी था
मृतक दयाराम सिंह गोंड गोंगपा का सक्रिय कार्यकर्ता था और बीते 26 सितंबर को उमरिया के स्टेशन चौक में पुलिस के साथ हिंसा और मारपीट मामले का आरोपी था. पुलिस ने इसी घटना में दर्ज अपराध के मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जहां उसकी तबियत बिगड़ने के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान 19 नवंबर को उसकी मौत हो गई थी. 


अंतिम संस्कार हुआ
मौत के बाद 20-21 नवंबर की दरिमयानी रात उसका शव भारी सुरक्षा के बीच मृतक के गांव पंहुचाया गया. जहां आज उसका अंतिम संस्कार कराया गया है. प्रशासन ने गोंगपा नेताओ के द्वारा घटना के बाद फिर से प्रदर्शन या हिंसक आंदोलन की आशंका के मद्देनजर घटना की जानकारी के बाद से गांव में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया था.


कलेक्टर ने क्या कहा?
कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने बताया की मृतक के परिजनों के द्वारा आर्थिक सहायता सहित अन्य कई मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है. जिस पर नियमतः विचार उपरांत कार्रवाई की जाएगी.


परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
इस मामले में परिजनों का आरोप है की उमरिया पुलिस के द्वारा उसके अत्यधिक मारपीट की गई थी जिसके कारण उसका स्वास्थ्य खराब हो गया और उसे 28 सितंबर को ही जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा जहां 19 नवंबर की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो है.