MP Politics: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं को साधने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव प्रबंधन के संयोजक केंद्रीय नरेंद्र सिंह तोमर की मैराथन बैठक शुरू की हैं. तोमर ने 3 दिन में 50 विधानसभाओं के नाराज लोगों को मनाया. तोमर ने नाराज नेताओं को बुलाया, उनसे चर्चा की और चुनाव के मद्देनजर नए दायित्व भी सौंपा.


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भाजपा में नाराज नेताओं की फेहरिस्त लंबी है. इस लिस्ट में वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक शामिल हैं. कई पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, जिला अध्यक्ष और कई पदाधिकारी के साथ-साथ कई कार्यकर्ता भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. भाजपा को आभास हो गया है कि असंतुष्ट नेताओं की वजह से उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव से बड़ा नुकसान हो सकता है. तोमर ने बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल, विंध्य संभाग, मालवा, निमाड़ या महाकौशल सभी क्षेत्रों के नाराज नेताओं से मुलाकात की है.


नाराज नेताओं को घर-घर जाकर मनाएगी भाजपा
पहले भी नाराज नेताओं की लिस्ट तैयार कर उन्हें घर-घर मनाने की तैयारी हुई थी. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और उनकी टीम को लिस्ट सौंपी गई थी. पुराने कार्यकर्ताओं और नेताओं की शिकायतों के बाद नरेंद्र सिंह तोमर को जिम्मेदारी सौंपी गई.  मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज 4-5 महीने का ही वक्त बचा है.समय नजदीक देख भाजपा अब पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है. नई जिम्मेदारी के साथ तोमर भी एक्शन मोड में हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए होमवर्क पर जुट गए हैं.


भाजपा इस बार दिल्ली से लड़ रही चुनाव
भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान सीधे तौर पर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी है. कुछ ही दिन पहले भूपेन्द्र यादव को प्रदेश चुनाव प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी बनाकर मध्य प्रदेश भेजा गया है. ये दोनों पार्टी की हर गतिविधी की रिपोर्ट केंद्र को देंगे. अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक तोमर लगातार मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं.