विधानसभा चुनाव से पहले विधायक जी करा रहे वोटिंग, इतने वोट मिलेंगे तभी लड़ेंगे आगामी इलेक्शन
MP elections 2023: कटनी जिले में भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एक बीजेपी के वर्तमान विधायक चुनाव लड़ें या नहीं, यह फैसला जनता पर छोड़ दिया है. जानिए
कटनी: कटनी जिले में भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एक बीजेपी के वर्तमान विधायक चुनाव लड़ें या नहीं, यह फैसला जनता पर छोड़ दिया है. विजयराघवगढ़ विधानसभा में 21 से 25 अगस्त तक वोटिंग प्रक्रिया चलेगी. 25 अगस्त को ही वोटों की गिनती शुरू होगी. वोटिंग का परिणाम तय करेगा कि विजयराघवगढ़ विधानसभा में प्रत्याशी कौन होगा? यानी वोटिंग प्रक्रिया के तहत ही तय होगा कि मौजूदा विधायक संजय पाठक प्रत्याशी के रूप में खड़े होंगे या नहीं ?
दरअसल कुछ दिनों पहले संजय सत्येंद्र पाठक ने मंच से घोषणा की थी कि अगर उनके क्षेत्र की जनता उन्हें 51 प्रतिशत वोट देगी तब ही वो विधान सभा के महापर्व में चुनाव लडेंगे. इस लिए वो चुनाव के पहले ही आज से वोटिंग करा रहे हैं. जो 25 अगस्त तक होगी और उसी दिन वोट का परिणाम आएगा.
50 प्रतिशत से कम वोट तो नहीं लड़ेंगे चुनाव
पूर्व मंत्री वा वर्तमान बीजेपी के विधायक संजय सत्येंद्र पाठक ने बताया की 50 प्रतिशत से कम मिला वोट तो चुनाव नहीं लडूंगा. विधायक संजय पाठक ने कहा वोटिंग के नतीजे तय करेंगे कि मैं चुनाव लडूंगा या नहीं. अगर 50 प्रतिशत से एक भी वोट कम मिलते हैं तो मैं चुनाव नहीं लडूंगा. गांव-गांव कार्यकर्ता मतदान प्रक्रिया पूरी कराएंगे. मेरा उद्देश जनता की सेवा है, पार्टी जो आदेश देगी वो ही करूंगा. इस दौरान सोशल मीडिया और फेसबुक पर लाइव वोटिंग होगी.
कैसे होगी वोटिंग?
वोटिंग पर्ची के माध्यम से होगी. जिसमें लिखा होगा कि क्या आप संजय सत्येंद्र पाठक को प्रधान सेवक बनाना चाहते हैं? हां और ना का विकल्प पर्ची में दिया गया है. वोटर अपनी पसंद पर निशान लगा सकेंगे. इसके बाद वोटर के नाखून पर स्याही लगा दी जाएगी. वोटिंग के दौरान सिर्फ एक बार ही वोट दिया जा सकेगा.
विधायक संजय पाठक ने बताया पद महत्वपूर्ण नहीं है. पार्टी आलाकमान जिसको चाहे टिकट दें. मुझे स्वीकार है. जनता तय करेगी मेरे भाग्य का फैसला. इन्होंने कहा कि अगर आपको लगे कि मैंने कोई काम नहीं किया तो आप मना कर देना.
जनादेश के लिए मतपेटियां रवाना
कार्यकर्ता जनादेश के लिए मतदान पेटियां लेकर रवाना हो गए हैं. गांव-गांव, बूथ स्तर पर कार्यकर्ता जाएंगे. पांच दिन तक मतदान होगा. इस मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से किया जाएगा. इसके बाद परिणाम घोषित होगा.
रिपोर्ट- नितिन चावरे