MP News: भोपाल। सोमवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा मोहन सरकार का बजट (अंतरिम बजट) पेश किया. साल 2024-25 आय-व्यय का लेखानुदान 1 लाख 45 हजार करोड़ रुपए का रहा. इसमें जनता पर कोई भार तो नहीं डाला गया. लेकिन, इसके बाद सदन में महापुरुषों के नाम पर हंगामा हो गया. मुख्यमंत्री मोहन यादव और कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर महापुरुषों के अपमान का आरोप लगाया. इसपर जमकर हंगामा हुआ और विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया.


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कांग्रेस पर लगाए आरोप
राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए सीएम कहा कि कांग्रेस ने जिन पर कभी ध्यान नहीं दिया, हम उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं. सीएम ने कहा- टंट्या मामा समेत अन्य महापुरुषों का अपमान हुआ है. वहीं विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर गुरु गोविंद सिंह और टंट्या मामा भील को लुटेरा कहने का आरोप लगाया. इसपर हंगामा हुआ और कांग्रेस ने इसे सदन की कार्रवाई से हटाने की मांग करते हुए वॉकआउट कर लिया.


विपक्ष ने क्या कहा?
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सदन में झूठ बोला जा रहा है. महापुरुषों का अपमान किया जा रहा है. वहीं उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे बीजेपी पर भड़क गए. उन्होंने कहा महापुरुषों को लेकर बीजेपी खुला झूठ बोल रही है.


सीएम मोहन यादव का संबोधन
सदन को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने महा पुरुषों को सम्मान नहीं दिया. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के प्रथम सेवक के रूप में बोलने के मौका मिला मेरा सौभाग्य है. अयोध्या में राम मंदिर बनना हमारा सौभाग्य है. मध्यप्रदेश का और उज्जैन का अयोध्या से विशेष रिश्ता है. उज्जैन से जाकर सम्राट विक्रमादित्य ने अयोध्या जाकर मंदिर बनवाया था जिसे बाबर ने तोड़ा था.


भारत रत्न पर भड़का विपक्ष
सदन में मुख्यमंत्री के द्वारा भारत रत्न का जिक्र करने पर विपक्ष भड़क गया. नेता प्रतिपक्ष उन्होंने भारत रत्न का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी रत्न हो गया है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा चुनाव समय मे एक साल में पांच भारत रत्न दिए जा रहे हैं. हंगामे को देख नेता प्रतिपक्ष के बयान को विधानसभा की प्रोसिडिंग से विलोपित कराया. इसपर सीएम ने कहा- बात उठेगी तो दूर तक जाएगी. जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी ने जीवित रहते भारत रत्न देने की अनुशंसा कराई थी.