Vidisha Borewell Accident: लोकेश की जान के बीच आया पत्थर, रेस्क्यू के लिए मंगाईं दो और पोकलेन मशीन
Vidisha Borewell Accident Updete: मध्य प्रदेश के विदिशा जेले के आनन्दपुर लटेरी (Anandpur Lateri) अंतर्गत आने वाले खेरखड़ी पठार (kherakhadi pathar) गांव में गड्ढे में गिरे बच्चे का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. मौके पर भारी पुलिस बल और बचाव दल मौजूद है.
Vidisha Borewell Accident Updete: विदिशा के आनन्दपुर लटेरी (Anandpur Lateri) में बच्चे (लोकेश lokesh ) के बारवेल में गिरने के बाद पूरा प्रशासन और गांव के लोग बचाव में लगे हुए हैं. पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मंगलवार सुबह 11.30 बजे से रेस्क्यू कर रही है जो अभी तक जारी है. बोरवेल 60 फीट गहरा है. जिसमें बच्चा 43 फीट की गहराई में फंसा है. बुधवार सुबह तक बोरवेल के पेरलर करीब 45 फीच गड्ढा खोदा जा चुका है. अभी बच्चे को बचाने का प्रयास जारी है.
- 60 फीट गहरे बोरवेल में 43 फीट में फंसा है बच्चा
- बोर के पास समानांतर 45 फीट गड्ढा खोदे जाने का काम जारी
- 4 जेसीबी और 3 पोकलेन मशीन से रात भर खुदाई करती रही
- बच्चे तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है
- सीसीटीवी से भी निगरानी की जा रही है, जिसमें सुबह 5 बजे तक मूवमेंट मिला है
- गहराई बढ़ने और नीचे कड़क मुरम के साथ खुदाई की गति धीमी हो गई है
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने 7 साल मासूम के बोरवेल में गिरने की घटना पर दुख जताया है. उन्होमने लिखा 'मैंने स्थानीय प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, और उनके सतत संपर्क में हूं. रेस्क्यू टीम बच्चे को सुरक्षित बचाने हेतु प्रयासरत है. मासूम की कुशलता की प्रार्थना करता हूं'
कहां की है घटना?
घटना विदिशा जिले के लटेरी की है. थाना आनन्दपुर अंतर्गत आने वाले खेरखड़ी पठार के दिनेश अहिरवार का 8 साल का बेटा लोकेश बोरवेल के गड्ढे में गिरा है. उसे बचाने के लिए भारी पुलिस बल और SDRF की बचाव दल मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह गड्ढा लगभग 60 फीट का है. इसमें लोकेश 43 फूट की गहराई पर फंसा है.
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार सुबह 11 बजे की है. बताया जा रहा है लोकेश बंदरों के पीछे भाग रहा था. ऐसा करते करते वो खेतों के खुले मैदान में पहुंच गया. जहां वो खुले पड़े बोरवेल में गिर गया. सूचना के बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया है. सबसे पहले बच्चे को ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू की गई. फिलहाल CCTV कैमरों से बच्चे के मूवमेंट को देखा जा रहा है.