MP News: विदिशा के लड़के ने सोशल मीडिया पर बयां किया अपना दर्द, CM मोहन ने तुरंत लिया एक्शन, जानिए मामला
Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के यूट्यूबर सम्राट गौर ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अपना दर्द बयां किया है. वीडियो सामने आने के बाद सीएम मोहन यादव ने मदद का आश्वासन दिया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के यूट्यूबर सम्राट गौर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री मोहन यादव से मदद की गुहार लगाई है. सम्राट ने वीडियो जारी कर कहा कि एक महिला मकान पर कब्जा करने के लिए उन्हें और उनके परिवार को फंसाने और जान से मारने की धमकी दे रही है. इस घटना के बाद सम्राट काफी डरे हुए हैं, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव और एनसीपीसीआर सदस्य प्रियांक कानूनगो से मदद मांगी है.
सीएम मोहन यादव ने लिया संज्ञान
मामले पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि 'सम्राट आप परेशान नहीं हो, प्रशासन संपर्क में है, जो भी न्यायोचित मदद होगी, करेंगे'.
जानें पूरा मामला
युवक का नाम सम्राट गौर है, जो एक यूट्यूबर हैं. सम्राट ने वीडियो जारी कर बताया कि उनके घर में एक महिला रहती थी. उसने अपने पति को किसी मामले में फंसाया जिसके बाद उसका पति शहर छोड़कर चला गया. पति के चले जाने के बाद वह दूसरे युवक के साथ रहने लगी. दोनों ने मिलकर मेरे किराये के मकान का किराया देना बंद कर दिया. और धीरे-धीरे मेरे घर के सभी कमरों के ताले खोल दिए और वहीं रहने लगे.
कमरे में होते हैं गलत काम
सम्राट ने बताया कि 2017 में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसके बाद मैंने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई लेकिन अब तक वहां से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. युवक ने बताया कि उन कमरों में कई गलत काम होते हैं, जिसकी शिकायत उसने कई बार पुलिस से की लेकिन प्रशासन ने अब तक कुछ नहीं किया. जिसके बाद सम्राट ने सीएम मोहन यादव और प्रियांक कानूनगो से मदद मांगी है.
हम संज्ञान ले रहे हैं- प्रियंक कानूनगो
मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि 'यह बात सही है कि हमारे पास गम्भीर क़िस्म के अपराध घटित होने की संभावना शिकायत आयी है जिस पर कार्यवाही हेतु लिखा गया है,ऐसे मामलों में पुलिस को ओचक निरीक्षण कर जाँच करना चाहिए. स्वयं के घर पर अपराधियों द्वारा क़ब्ज़ा कर अनैतिक काम करने की शिकायत करना अपराध नहीं है, शिकायतकर्ता को परेशान करना ग़लत है.हम संज्ञान ले रहे हैं'.