Funny Jokes: पप्पू के कठोर तपस्या से प्रकट हुए भगवान, आगे जो हुआ सुनकर हो जाएंगे हैरान
Majedar Chutkule: हम आपको हंसाने के लिए रोज की तरह आज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आएं हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप हंस हंस कर लोटपोट हो जाएंगे. चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का सिलसिला..
Viral Jokes In Hindi: जिंदगी की भागदोड़ में हम खुद को इतना व्यस्त कर लिए हैं कि हमेशा तनाव में रहना पड़ता है, तनाव की वजह से हम कई तरह के मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो जा रहे हैं. ऐसे में खुद के तनाव को दूर करना बहुत जरुरी है. चिकित्सकों की मानें तो तनाव को दूर करने का हमें हमेशा हंसने मुस्कुराते रहना चाहिए. ऐसे में आज हम आपको हंसाने के लिए कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आएं हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे.
. बाप- बेटा आज तक तूने कोई ऐसा काम किया है, जिससे मेरा सिर ऊंचा हो..
बेटा- हां पापा एक बार मैं आपके सिर के नीचे तकिया रखा था.
जवाब सुन बाप अभी तक हैरान है..
. पप्पू ने बहुत कठोर तपस्या की.
प्रसन्न होकर भगवान प्रकट हुए और बोले- मांगो वत्स, क्या चाहिए?
पप्पू- सिस्टम से चलिए प्रभु..
पहले तपस्या भंग करने के लिए अप्सराएं आती हैं, उनका क्या हुआ...?
. पत्नी मायके से वापस आई और पति ने जोर से हंसते हुए दरवाजा खोला
पत्नी- ऐसे क्यों हंस रहे हो?
पति- गुरुजी ने सत्संग में बताया था कि जब भी मुसीबत सामने आए तो घबराना नहीं चाहिए,
बल्कि उसका हंसते हुए उसका सामना करना चाहिए..
. पत्नी ने गुस्से में पति से कहा- मैं तंग आ गई हूँ रोज की किच-किच से... मुझे तलाक चाहीये!
पति- ये लो चॉकलेट खाओ..
पत्नी- मना रहें हो न मुझे..
पति- नहीं रे पगली, मां कहती है,वअच्छा काम करने से पहले,मीठा खाना चाहिए.
. मेरे एक पड़ोशी है, जिनका नाम है ‘भगवान’
और उनकी लड़की का नाम है भक्ति, मम्मी बोलती है कि,
‘बेटा भगवान की भक्ति में मन लगाया कर’अब मम्मी को कैसे समझाऊ की
भक्ति में तो मन लगाता हूं... पर भगवान नहीं मान रहे.
. वाईफ TV पर मॅच देख रही थी तभी,
हसबंड स्मार्ट बनके आया और बोला- डार्लिंग मै कैसा लग रहा हूं..
तभी वाईफ जोरसे चिल्लाई छक्का...
(disclaimer: यहां दिए गए चुटकुले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे कंटेट से लिए गए हैं. मेरा मकसद सिर्फ लोगों का मनोरंजन कराना है. किसी जाति, धर्म,नाम या नस्ल के आधार पर किसी को नीचा दिखाना या उपहास उड़ाना मेरा मकसद बिलकुल नहीं है.)