Aakriti Mehra: कौन हैं भोपाल की आकृति मेहरा? जिन्होंने जावेद अली के साथ गाया वैलेंटाइन स्पेशल `इश्क हुआ` गाना
Singer Aakriti Mehra: सिंगर आकृति मेहरा का ‘इश्क हुआ’ गाना यट्यूब पर रिलीज हुआ, जिसे 1.6 मिलीयन व्यूज मिल चुके है. इस गाने से आकृति मेहरा को पूरे देश में प्रसिद्धि मिल चुकी हैं आइए जानते हैं इनके बारे में
Aakriti Mehra: भोपाल ( Bhopal) की यंग सिंगर आकृति मेहरा (Aakriti Mehra) अपने एक स्पेशल गाने के कारण इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई हैं. अभी हाल ही में उनका वैलेंटाइन डे के मौके पर 'इश्क हुआ' गाना रिलीज हुआ. जो काफी फेमस हो रहा है.बता दें कि इस गाने को मशहूर बॉलीवुड प्लेबेक सिंगर जावेद मोहसिन ने कम्पोज किया है. एमपी की आकृति मेहरा ने प्लेबैक सिंगर जावेद अली के साथ ड्यूट सॉन्ग गाया है. हालांकि, ये मुकाम एक दिन में नहीं मिल और छोटी-छोटी सफलता से आकृति को पहचान मिली है.
'इश्क हुआ' गाना
वैलेंटाइन के मौके पर आकृति का 'इश्क हुआ' गाना रिलीज हुआ. इस गाने को जावेद-मोहसिन ने कम्पोज किया है.गाने में अभिनेत्री एरिका फर्नांडिस और सूरज जुमानी ने एक्टिंग की है.बता दें कि आकृति का यह गाना यूट्यूब पर रिलीज होने के बाद वैलेंटाइन वीक में ट्रेंड पर रहा. अब तक इस वीडियो को 1.6 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं.
यूट्यूब की वजह से कई ऑफर मिले
आकृति ने बताया कि जब मैंने यूट्यूब चैनल बनाया था तो मैंने बिल्कुल नहीं सोचा था कि मुझे भी प्लेबैक सिंगिंग के ऑफर आएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि ऐसा प्लेटफॉर्म भी है. जहां लाखों लोग आपके टैलेंट को देख सकते हैं. वह बताती हैं कि मैंने 400 से ज्यादा स्टेज शो किए हैं.
इंदौर में आईटीए अवार्ड समारोह में दे चुकी हैं प्रेजेंटेशन
गायिका आकृति मेहरा ने भारतीय टेलीविजन के मशहूर और प्रतिष्ठित 19वें आईटीए अवार्ड्स 2019 में मध्य प्रदेश गान 'प्यारो मध्य प्रदेश' की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया था. यह समारोह की पहली प्रस्तुती थी. गौरतलब है कि उस साल आईटीए अवॉर्ड इतिहास में पहली बार मुंबई से बाहर आयोजित किया गया था.
पापा से मिला हमेशा मोटिवेशन
आकृति कहती हैं कि बहुत कम लोगों को पता है कि मैंने सिविल इंजीनियरिंग की हुई है और मेरे पापा आरके मेहरा भी सिविल इंजीनियर हैं. उन्हीं से प्रेरणा लेते हुए मैंने सिविल इंजीनियरिंग को चुना. बचपन में वो मुझे अपनी साइट्स पर ले जाया करते थे और वहीं देखकर लगता था कि क्यों न मैं भी पापा की ही फील्ड को ही चुन लूं. मैने भी इंजीनियरिंग किया, लेकिन मेरा पेशन एक तरफ सिंगिंग भी था, तो मैंने 10वीं क्लास से पहली बार स्टेज शो शुरू कर दिया था. मैंने सिंगिंग को ही पहला प्रोफेशन बनाया. मेरे कॅरियर बिल्डिंग में मेरे पापा का हमेशा से अहम रोल रहा है. वे हमेशा मुझे कहते कि सक्सेस तभी मिलेगी जब अपने स्किल्स पर मेहनत करोगे और तरक्की भी तभी मिलती है. मेरे लिए पापा मोटिवेटर का काम करते हैं.