Gold Not Wear On Feet: भारतीय संस्कृति में गहनों और जेवरात का खास महत्व है. त्योहार और शादी या किसी भी शुभ कार्यक्रम में सभी गहने नजर आएंगे. वैसे तो महिलाओं को गहनों से बहुत ज्यादा लगाव और प्यार होता है, लेकिन पुरुष भी चांदी और सोना, हीरा-रत्न पहनने के शौकीन होते है. आपने सुना होगा कि कोई कितने भी पैसे वाला क्यों न हो वो सोने को पैरों में नहीं पहनता है. चाहे महिला हो या पुरुष.. तो चलिए आपको इसके पीछे की असली वजह बताते हैं...


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Gold Price Today: 2 अक्टूबर को महंगा हुआ सोना, जानिए 10 ग्राम सोने का भाव


मां लक्ष्मी और विष्णु का होता अपमान
दरअसल हिंदू धर्म के मुताबिक सोने से बनी कोई चीज को कमर के नीचे नहीं पहना जाता है. सोने के जेवर कमर के ऊपर तक ही पहना जाता है. धार्मिक मान्याताओं की माने तो लक्ष्मी जी और भगवान विष्णु को सोना प्रिय है. इसलिए इसे पैरों में नहीं पहनना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि पैरों में सोना पहन लेने से घर में कंगाली छा जाती है, घर से सुख औऱ शांति भी दूर भाग जाती है.


वैज्ञानिक वजह से भी आई सामने
विज्ञान की नजर से देखा जाए तो शरीर के ऊपरी भाग को ठंड और नीचे के हिस्से को गर्माहट चाहिए होती है. सोने के जेवर शरीर में गर्मी को बढ़ाता है, इसलिए इसे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए पैरों में चांदी के जेवर ही पहनना चाहिए. ताकि हमारे शरीर का तापमान संतुलित रहे. तो ये था इसका वैज्ञानिक कारण.


अब जानिए इसके अन्य कारण
बता दें कि सोना एक ऐसी चीज है तो व्यक्ति काफी रुपयों को सेविंग करके एक बार खरीदता है. कोई ये भी नहीं चाहेगा कि सोने की चमक खराब हो, या पैरों में पहन कर उसमें धूल पड़ जाए. इसके अलावा लोगों की नजर भी पैरों में कम पड़ती है. इसलिए इसे नीचे पहनने का कोई फायदा नहीं होता. वहीं पैरों की जगह चेहरा, गला, नाक, कान और हाथों में ही सोने के आभूषण खिलते हैं तो इसे वहीं पहने.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है. इस बारें में ज़ी मीडिया कोई पुष्टि नहीं करता है)