Coromandel express accident: क्या इन दो नेताओं की राह पर चलेंगे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव? जिन्होंने रेल हादसे के बाद दिया था इस्तीफा..
Coromandel express accident: उड़ीसा में हुए भीषण रेल हादसे में अब तक 261 की लोगों की मौत हो गई है, वहीं 900 से ज्यादा घायल है. घटनास्थल पर रेल मंत्री के साथ राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी मौजूद हैं.
Coromandel express accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम ट्रेन हादसे में 261 लोगों की मौत हो गई, जबकि 900 से अधिक यात्री अभी घायल बताए जा रहे हैं. ये हादसा बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शाम करीब 7 बजे हुआ. इस हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. हादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंचे हैं, वहीं पीएम मोदी भी लगातार ही हालात की समीक्षा बैठक कर रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया पर रेल मंत्री से लोग इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि इस रेल हादसे ने भारतीय रेलवे की पहले की तमाम दु्र्घटनाओं की एक बार फिर याद दिला दी है. वहीं भारतीय इतिहास में दो रेल मंत्री ऐसे भी रहे, जिन्होंने अपने कार्यकाल में हुई रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था. अब उन्हीं नेताओं के उदाहरण लोग रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को देने लगे हैं. वहीं विपक्ष भी इस्तीफे की मांग करने लग गया है.
लाल बहादुर शास्त्री ने 1956 में दिया था इस्तीफा
ये बात 28 नवंबर 1956 की है. जब नवंबर में तमिलनाडु में अरियालुर ट्रेन दुर्घटना घटित हुई थी. उस वक्त दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए भारत के तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इस रेल हादसे में करीब 142 लोग मारे गए थे.
नीतीश कुमार ने दिया था इस्तीफा
वहीं लाल बहादुर शास्त्री के बाद रेल दुर्घटना पर नैतिक आधार पर इस्तीफा देने वाले दूसरे रेलमंत्री और फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हैं. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में ये इस्तीफा दिया था. तब एनडीए सरकार में नीतीश रेलमंत्री बनाए गए थे. ये रेल हादसा साल 1999 में गैसाल में हुआ था. इस रेल हादसे में करीब 290 लोगों की मौत हुई थी.
ममता बनर्जी ने भी दिया था इस्तीफा
वहीं वाजपेयी के ही कार्यकाल में रेलमंत्री रही ममता बनर्जी ने भी दो रेल हादसों के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेकर 2000 में इस्तीफा दिया था. हालांकि तब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था.
घटना स्थल पर पहुंचे रेल मंत्री
रेल हादसे की जगह पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहुंचे हुए हैं. मीडिया से बातचीत करते समय ज्यादातर सवालों के जवाब देने से वो बचते हुए नजर आए. उन्होंने कई सवालों के जवाब में सिर्फ यही कहा कि देखेंगे, उनके अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है. वहीं अपने इस्तीफे के सवाल पर चुप्पी साध ली. हालांकि अब देखना होगा कि क्या रेल मंत्री नीतिश कुमार और लाल बहादुर शास्त्री की राह पर चलते हैं, या फिर वो अपने पद पर बने रहेंगे.