प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश के स्कूलों में अब छात्रों को महिला सम्मान का पाठ भी पढ़ाया जाएगा. प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी योजना तैयार की है ताकि छात्रों को बेहतर नागरिक बनाया जा सके और वह अपने आसपास और समाज में बालिकाओं और महिलाओं का सम्मान करें. स्कूल शिक्षा विभाग ने उमंग कार्यक्रम के तहत इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. 


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इस अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को एक महीने तक मार्गदर्शिका और देखे और सुने जाने वाले माध्यमों से महिला सम्मान के प्रति जागरुक किया जाएगा. नवंबर महीने से इसे लेकर स्कूलों में अभियान चलाया जाएगा. बता दें कि ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा. 


सरकार इस अभियान के तहत यौन शिक्षा की तरह महिला सम्मान को भी कोर्स में शामिल करेगी. कोर्स के तहत छात्रों को महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध जैसे घरेलू हिंसा, बाल विवाह, दहेज प्रथा और यौन उत्पीड़न आदि के बारे में सजग किया जाएगा. अभियान के तहत सरकार हर जिले में 4 पुरुष टीचर्स को प्रशिक्षित करेगी. यही 4 टीचर पूरे राज्य के 9300 टीचर्स को प्रशिक्षित करेंगे. टीचर्स के प्रशिक्षण के बाद नवंबर से इसकी ट्रेनिंग छात्रों को दी जाएगी. 


उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताते हुए कहा था कि महिला अपराध पर रोक नहीं लग पा रही है. सिर्फ सरकार के प्रयास से इस पर रोक नहीं लग सकती बल्कि इसमें स्कूली बच्चों को भी शामिल किया जाए. इसी के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने अभियान की तैयारी शुरू कर दी थी. गौरतलब है कि एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में शुरू कराने वाला भी एमपी देश का पहला राज्य है. रविवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में एमबीबीएस कोर्स की हिंदी की किताबों का विमोचन किया.