MP News: ओंकारेश्वर बांध में उठा तूफान, विश्व के सबसे बड़े तैरते सोलर पावर प्लांट को पहुंचा नुकसान
MP NEWS: खंडवा में मंगलवार को तूफान ने विश्व के सबसे बड़े तैरते सोलर पावर प्लांट को भारी नुकशान पहुंचाया है. किसी भी कर्मचारी के घायल या मौत की सूचना नहीं है, लेकिन बिजली के उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा.
Madhya Pradesh News: खंडवा में मंगलवार को 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा के कारण ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में तूफान आ गया. तूफान के कारण किसी कर्मचारी के घायल या मरने की सूचना नहीं है, लेकिन बैकवाटर में बनाए जा रहे विश्व के सबसे बड़े तैरते सोलर पावर प्लांट को भारी नुकशान हुआ है. एनएचडीसी की ओर से 88 मेगावाट का जो प्लांट ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर के इंधावड़ी में बनाया जा रहा है. उसे तूफान की वजह से भारी नुकसान हुआ है.
ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में केलवा खुर्द में 100 मेगावाट, इंधावड़ी में 88 मेगावाट और एखंड गांव में 90 मेगावाट की क्षमता के प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसमें केलवा खुर्द गांव के पास एम्प कंपनी का 100 मेगावाट का काम लगभग पूरा हो चुका है. पिछले रविवार को ही कंपनी ने बनाए प्लांट की लाइन को ग्रिड से जोड़ने के लिए काम शुरू किया. 100 एमवीए का ट्रांसफार्मर चार्ज हो गया है और लाइन की टेस्टिंग भी कर ली है. इंधावड़ी के 88 मेगावाट प्लांट को लॉन्चिंग क्षेत्र के पास पार्क किया गया था, इस तूफान नें लॉचिंग के समय फ्लोटिंग सोलर प्लांट के एक हिस्से में सोलर मॉड्यूल को नुकशान पहुंचाया है.
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प्लांट से 278 मेगावाट बिजली का उत्पादन
तूफान के कारण पहले चरण में सोलर प्लांट से बिजली के उत्पादन का काम प्रभावित होगा, क्योंकि अधिकारियों ने एक सप्ताह के भीतर 50 और अप्रैल के अंत तक पावर हाउस से 100 मेगावाट बिजली मिलने की संभावना व्यक्त की थी. जबकि एनएचडीसी और एसजेवीएन की ओर से लगाए जा रहे पावर हाउस का काम पूरा होने पर पहले चरण में ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में स्थित तीन इकाई से प्रदेश को कुल 278 मेगावाट बिजली की भी बात कही थी.
उपकरणों को नुकसान पहुंचा
एनएचडीसी के जनरल मैनेजर डीके द्विवेदी ने बताया कि तूफान के कारण इंधावड़ी प्लांट के उपकरणों को नुकसान हुआ है . निर्माण कर रही टाटा कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की है. नुकसान का आकलन कर कल जानकारी देंगे. दुर्घटना में किसी कर्मचारी के घायल होने की सूचना नहीं है.
रिपेयरिंग का काम चालू
सोलर प्लांट के अधिकारियों ने बताया है कि तुरंत ही क्षतिग्रस्त मॉडल्स को इकट्ठा किया जा रहा है और क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है. जल्दी ही इन्हें लॉन्चिंग प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा. गोयल ने कहा कि जल्दी ही रिपेयरिंग वर्क पूरा करके यूनिट को समय सीमा में तैयार किया जाएगा. दरअसल इंधाबड़ी की जिस साइट पर तूफान ने नुकसान पहुंचाया है वहां फ्लोटिंग सोलर प्लेट लगाने के लिए लॉन्चिंग प्रक्रिया चल रही थी. इसके लिए कुछ सोलर मॉड्यूल और फ्लैट्स को पानी में पार्क किया गया था और इन्हें अगले कुछ दिनों में लांच किया जाना था हालांकि अभी इनकी बॉन्डिंग नहीं हुई थी. तेज हवा और आंधी के चलते उठी लहरों के कारण यही सोलर मॉड्यूल क्षतिग्रस्त हो गए थे.