प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के पति रॉबर्ड वाड्रा (Robert Vadra) के साथ ज़ी मीडिया (Zee Media) की खास बातचीत हुई. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि जब भी प्रियंका और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) किसी मुद्दे को उठाते हैं तो सरकार परेशान हो जाती है और उनका निशाना मैं बन जाता हूं. उनके एक्टिव मोड में आते ही मैं भी अलर्ट हो जाता हूं. हर चीज़ के लिए मुझे टारगेट किया जाता है. इसलिए क्योंकि मैं गांधी परिवार का दामाद हूं. उन्होंने कहा कि ‘गांधी परिवार ने अपनों को खोया है, इस देश के लिए गांधी परिवार ने कुर्बानियां दी हैं. बावजूद इसके प्रियंका और राहुल जब भी लोगों के बीच होते हैं, तो सरकार असहज महसूस करती है और फिर बीच में मेरा नाम उछाला जाता है. हर बार दबाव बनाने की कोशिश की जाती है.


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हर एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही


लखीमपुर खीरी और किसान आंदोलन के मुद्दे पर रॉबर्ड वाड्रा ने कहा कि एक साल से किसान अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे हैं, पर कोई सुनने को तैयार नहीं है. उपर से मिश्रा जी के लोग किसानों को कुचलते हुए जा रहे हैं. ऐसे में ‘हर एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही’. प्रियंका को पता है UP का माहौल क्या है.


एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है सरकार


खुद पर लगे आरोपों पर रॉबर्ड वाड्रा ने कहा कि कई बार मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए, मेरे ऑफिस की दीवार तक तोड़ दी गई. सरकार एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है. ED और IT मेरे जैसे कई लोगों को परेशान कर रहे हैं. मेरे ऑफिस से इन लोगों को कुछ नहीं मिला, इसके बाद भी मेरे स्टाफ को परेशान किया गया. 30 सितंबर को मुझे 77 नोटिस भेजे गए. मैं 15 बार ED के सामने पेश हुआ. वाड्रा ने कहा कि मैं गांधी परिवार का दामाद हूं, इसलिए टारगेट होता हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि गांधी परिवार का दामाद बनूंगा. मैं तो उस समय जब प्रियंका की सिक्योरिटी में था तो उन्हें देखकर दूर भागता था.


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जनता सरकार से हैं परेशान


केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए वाड्रा ने कहा कि देश में सिर्फ़ मैं ही नहीं काफ़ी लोग सरकार से परेशान हैं. मैं भी ऐसा ही एक हिंदुस्तानी हूं, जो मुश्किलें झेलता है, लेकिन मेरा मानना है कि अच्छा-बुरा वक़्त कुछ सीखने को मिलता है, मुश्किलों से ज़्यादा सीखा जाता है. मैं दुनियाभर की कई बड़ी हस्तियों से मिला हूं. मैं अपने एक्सपीरियंस से यहीं कहूंगा कि अपनी सोच को मज़बूत रखना चाहिए. अगर आपने कोई ग़लती नहीं की तो सर उठा के जियो. मैं अच्छे नागरिक की तरह जब भी मौका मिलता है सभी की मदद करता हूं. जिस तरह प्रियंका हर परेशान आदमी से मिलती हैं. वो लखीमपुर खीरी जाना चाहती हैं, लेकिन उनके साथ धक्का-मुक्की की गई. प्रियंका के साथ गलत किया गया. उस हादसे में 8 मौत हुई हैं, प्रियंका सिर्फ उनके परिवारों से मिलना चाहती हैं. सरकार को परेशानी सिर्फ़ गांधी परिवार से है, जबकि गांधी परिवार सिर्फ़ लोगों के लिए सोचता है.  


जिसको रहना है रहे, जिसको जाना है जाए


कांग्रेस में चल रहे अंदरूनी कलह पर वाड्रा ने कहा कि G23 हो या G26 जिसको रहना है रहे, जिसको जाना है उनका भी स्वागत है, चले जाएं. मैं उन लोगों को देखकर हैरान रह जाता हूं कि इतने सालों तक जिसको भला बुरा बोला, आज उनके सामने हाथ जोड़े खड़े रहना उन्हें कितना अच्छा लग रहा है.


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