मध्य प्रदेश: सपा, बसपा के बाद NCP से भी नहीं बनी कांग्रेस की बात, अलग लड़ेगी चुनाव
एनसीपी के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र जैन ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी के कथित कुशासन को उखाड़ने के लिये एनसीपी सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ तालमेल के प्रयास कर रही है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा गठबंधन को लेकर किए जा रहे प्रयासों को एक और झटका लगा है. सपा और बसपा के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने मध्यप्रदेश में 28 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन के बगैर चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर दी है. एनसीपी ने चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश में कुल 230 सीटों में से 200 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगी.
एनसीपी के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के एमएलसी सदस्य राजेन्द्र जैन एवं गुजरात राज्य के पार्टी प्रवक्ता नकुल सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के लिये एनसीपी का घोषणा पत्र जारी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी के कथित कुशासन को उखाड़ने के लिये एनसीपी सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ तालमेल के प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में एनसीपी 200 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
युवाओं, किसानों और महिलाओं के लिए करेंगे काम- एनसीपी
सिंह ने कहा कि एनसीपी प्रदेश में किसानों को बिजली, पानी मुफ्त करने के साथ उनकी कर्ज माफी, प्रदेश के शिक्षा के स्तर में उल्लेखनीय सुधार, महिला अपराधों में कमी के साथ उनकी सुरक्षा में सुधार तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के मुद्दे के साथ चुनाव मैदान में उतरने जा रही है. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में एनसीपी के पिछले 15 वर्ष के शासनकाल में समाज का हर तबका परेशान है. घोषणा पत्र में प्रदेश में युवाओं के लिये ‘कैरियर एक्यूबेशन सेंटर’ की स्थापना, शिक्षा के क्षेत्र में अस्थायी नियुक्तियों की व्यवस्था खत्म करने, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चत करने, तथा पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का वादा किया गया है.
(इनपुट भाषा से)