इंदौर: भाजपा की स्थानीय विधायक एवं शहर की महापौर मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ को लेकर पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की विवादित टिप्पणी ने रविवार को चुनावी तूल पकड़ लिया. भाजपा ने कथित अभद्र बयानबाजी को लेकर पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ विरोध जताते हुए उन्हें "हजरत बुद्धू" कहा और उन पर आधी आबादी के अपमान का आरोप लगाया. गौड़, इंदौर की प्रथम नागरिक होने के साथ शहर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-चार से विधायक भी हैं. वह अपने परिवार की इसी परंपरागत सीट से एक बार फिर भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में हैं. 


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सिद्दू को अपने बयान के लिए मांगनी चाहिए माफी- मीनाक्षी लेखी
सिद्धू के विवादास्पद बयान के खिलाफ भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने इंदौर के ऐतिहासिक राजबाड़ा महल के सामने देवी अहिल्या की प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया. धरने के बाद भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, "हजरत बुद्धू ने एक महिला नेता के लिये बेहद अभद्र शब्दावली का इस्तेमाल किया है. आधी आबादी का अपमान करने वाली इस टिप्पणी के लिये उन्हें माफी मांगनी चाहिये." नई दिल्ली क्षेत्र से भाजपा की लोकसभा सांसद ने कहा, "मैं सिद्धू को हजरत बुद्धू इसलिये कह रही हूं, क्योंकि उनकी हरकतें समझदार व्यक्तियों वाली नहीं हैं. "ठोको ताली" कहना किसी लाफ्टर चैलेंज की भाषा तो हो सकती है. लेकिन राजनीतिक मंच की अपनी गरिमा होती है." 


सिद्दू ने दिया था विवादित बयान
शहर में विकास कार्यों के लिये लोगों के घर जबरन तोड़े जाने का इल्जाम लगाते हुए सिद्धू ने यहां एक हालिया चुनावी सभा में कहा था, "ताली ठोको और इसके साथ महापौर (गौड़) को भी ठोको. महापौर साहिबा, लोकतंत्र अहंकार नहीं सहता. तुमने बसे-बसाये लोगों को उजाड़ डाला और उन्हें उनके (तोड़े गये) घरों का मुआवजा भी नहीं दिया. तुमने उनकी रोजी-रोटी छीन ली."


(इनपुट भाषा से)