Narak Chaturdasi 2023: भगवान राम ही नहीं श्रीकृष्ण का भी है दिवाली से यह खास नाता, जाने क्या है मान्यता
दिवाली के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर वापस आयोध्या आए थे इसी खुशी में दिवाली मनाने का चलन है. दिवाली के पहले छोटी दिवाली भी मनाई जाती है जिसका भगवान श्रीकृष्ण से विशेष संबंध हैं.
Narak Chaturdasi 2023
भारत में 5 दिनों तक दिवाली मनाई जाती है, कहते हैं दिवाली के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर वापस आयोध्या आए थे इसी खुशी में दिवाली मनाने का चलन है. दिवाली के पहले छोटी दिवाली भी मनाई जाती है जिसका भगवान श्रीकृष्ण से विशेष संबंध हैं.
दिवाली के पांच दिन
दिवाली के त्यौहार की शुरुआत धनतेरस से होती है, उसके बाद नरक चौदस फिर दिवाली और दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा अंतिम दिन भाई बहन के प्रेम का दिन भाई दूज मनाया जाता है.
यम का दीपक
कार्तिक मास की चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है, इस दिन यम का दीपक जलाया जाता है. और भगवान श्री कृष्ण की उपासना किया जाता है. इसे छोटी दिपावली भी कहा जाता है.
नरकासुर राक्षस का वध
श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध भी इसी दिन किया था, तो वध करने के बाद उन्होंने तेल और उबटन से स्नान किया था. तभी से इस दिन तेल, उबटन लगाकर स्नान की प्रथा शुरू हुई. मान्यता है ऐसा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
सत्यभामा
धार्मिक कथा अनुसार नरकासुर नामक राक्षस ने सोलह हजार एक सौ कन्याओं को कैद किया था, जिसे श्री कृष्ण से अपनी पत्नी सत्यभामा की मदद से उसे मार देते हैं.
नरक चतुर्दशी
कार्तिक मास की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इसे नरक चौदस, रूप चौदस या रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है.