नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण के बाद लोगों में कई तरह की परेशानियां देखी जा रही हैं. इन्हीं परेशानियों में से एक है लो ब्लड प्रेशर का होना. यह समस्या इतनी गंभीर है कि इससे लोगों की जान भी जा सकती है. यही वजह है कि डॉक्टर्स की सलाह है कि कोरोना संक्रमण ठीक होने के एक माह तक अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर चेक कराते रहें. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डॉक्टर्स के अनुसार, कुछ मरीजों में पोस्ट कोविड सिंड्रोम की वजह से दिक्कत हो रही है. डॉक्टर्स का कहना है कि संक्रमण ज्यादा होने की वजह से दिल पर सूजन आ सकती है, जिससे ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा होने के साथ ही धड़कन भी कम ज्यादा होने की समस्या हो रही है. इसके अलावा कई मरीजों में कमजोरी की समस्या भी बनी हुई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को चलते हुए या उठते-बैठते समय चक्कर आने की समस्या हो रही है तो उसे तुरंत डॉक्टर से मिलने की जरूरत है. 


हार्ट ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती होने वाले एक चौथाई लोगों में दिल संबंधी परेशानियां देखी गईं हैं. कई मामलों में यह समस्या जानलेवा हो गई है. अमेरिका में हुई JAMA कार्डियोलॉजी स्टडी के अनुसार, कोरोना से उबरने वाले लोगों पर किए गए अध्ययन में पता चला कि रिकवरी के दो से तीन महीने बाद भी 78 फीसदी मरीजों के दिल में असामान्य चीजें देखी गईं. 


ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव के अलावा बुखार आना, सांस फूलना और कमजोरी होना जैसी समस्याएं भी कोरोना से रिकवरी के बाद दिख सकती हैं. कुछ मामलों में एकाग्रता में कमी, घबराहट और नींद में कमी की समस्या भी देखी गई है.