रजनी ठाकुर/रायपुरः छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा फिर गरमाता दिख रहा है. दरअसल केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है और छत्तीसगढ़ में हो रहे धर्मांतरण की एसआईटी जांच करवाने की मांग की है. केंद्रीय राज्यमंत्री के इस पत्र के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी कहा कि राज्य में छल, बल और प्रलोभन से लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा है. 


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भाजपा बोली- डेमोग्राफी में बदलाव की कोशिश हो रही
पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण कर डेमोग्राफी बदलने की साजिश की जा रही है. भाजपा इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी. 


कांग्रेस ने कहा- भाजपा सियासत कर रही
वहीं विपक्षी पार्टी भाजपा के आरोपों पर सत्ताधारी कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस नेता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर सियासत कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर कानून बना हुआ है, अगर इस तरह के मामले सामने आएंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर भाजपा की जानकारी में ऐसे मामले हैं तो उन्हें संज्ञान में लाया जाए, ना कि उन पर सियासत करें.  


बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एसपी सुनील शर्मा ने अपने अधीनस्थ अफसरों को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा कि राज्य में स्थानीय आदिवासियों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. एसपी ने पत्र में धर्मांतरण की गतिविधि पर नजर रखने की बात लिखी थी. क्योंकि इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. जिसके बाद राज्य में धर्मांतरण का मुद्दा गर्मा गया. 


भाजपा नेता और राज्यसभा सासंद रामविचार नेताम इस मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखी और धर्मांतरण के मामलों में कड़ी कार्रवाई की मांग की. रामविचार नेताम ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में तेजी से धर्मांतरण हो रहा है. सरगुजा संभाग में रोहिंग्याओं के घुसपैठ की खबर है और कई संभागों में धर्मांतरण कर आदिवासी समाज की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.