नगर परिषद कर्मचारी की डेंगू से मौत की खबर निकली झूठी, जांच में हुआ ये खुलासा
रतलाम के सैलाना के नगर परिषद कर्मचारी की मौत ने हड़कंप मचा दिया. खबर फैली थी कि उसकी मौत डेंगू से हुई. स्वास्थ्य विभाग ने इस बात से इनकार किया है.सीएमएचओ का कहना है कि मृतक कई दिनों से बीमार था और झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा था.
चंद्रशेखर सोलंकी/रतलाम: मध्य प्रदेश से डंगू के मरीज मिलने की खबर के बीच रतलाम के सैलाना के नगर परिषद कर्मचारी की मौत ने हड़कंप मचा दिया. खबर फैली थी कि उसकी मौत डेंगू से हुई. स्वास्थ्य विभाग ने इस बात से इनकार किया है.सीएमएचओ का कहना है कि मृतक कई दिनों से बीमार था और झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा था.हो सकता है उसकी मौत गलत इलाज के चलते हुई है.
दरअसल गुरूवार दोपहर सैलाना के नगर परिषद कर्मचारी सुरेश भूरिया की इलाज के दौरान मौत हो गयी. जिसके बाद सोशल मीडिया खबर फैली कि सैलाना नगर परिषद कर्मचारी सुरेश भूरिया की डेंगू से मौत हो गई. हालांकि अब इस खबर को गलत बताया गया है.
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मीडिया के द्वारा आधिकारिक पुष्टि के लिए जब स्वास्थ्य अधिकारियों के फोन बजने लगे. तब सीएमएचओ व अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने आनन-फानन में मृतक की जानकारी जुटाई.
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि मृतक सुरेश के परिजन ने भी कोई रिपोर्ट नहीं बताई, जिसमे डेंगू की जांच की गई हो. मृतक झाबुआ में अपने गांव में झोलाछाप डॉक्टर से अपना इलाज करवा रहा था. संभावना है कि उसकी मौत गलत इलाज से हुई.
सीएमएचओ ने बताया कि मृतक सुरेश भूरिया झाबुआ का निवासी था और रतलाम जिले के सैलाना नगर परिषद में कार्यरत था. वह कई दिनों से छुट्टी पर था और अपने गांव में इलाज करवा रहा था. तबीयत बिगड़ने पर उसे गंभीर हालत में रतलाम निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गयी. परिजन मृतक के शव को बगेर किसी शिकायत के अपने गांव झाबुआ जिले ले आए.
बता दें कि रतलाम में डेंगू का कहर जारी है. और 200 से ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं. ऐसे में डेंगू से मौत की खबर सोशल मीडिया पर फैलते ही हड़कंप मच गया.
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