पुष्पेंद्र चतुर्वेदी/ शहडोल: अक्सर देखा जाता है कि लोग नौकरी के तलाश में लोग अपने घरों से बाहर जाते हैं. कुछ लोग एक राज्य से दूसरे राज्य की भी यात्रा करते हैं. ऐसे ही नौकरी की तलाश में मध्य प्रदेश (MP News) के शहडोल से आंध्र प्रदेश पहुंचे 12 आदिवासी युवकों को बंधक बनाकर काम कराए जाने का मामला सामने आया है. जिसके बाद परिजनों के होश उड़ गए हैं. 


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कहां का है मामला 
पूरा मामला शहडोल जिले का है. बता दें कि यहां के 12 आदिवासी युवकों को आंध्र प्रदेश में बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है. इसकी सूचना परिजनों को लगी तो घरवालों को किसी अनहोनी का डर सता रहा है. परिजनों के मुताबिक ठेकेदार के के साथ ये युवक नागपुर की किसी जूस फैक्ट्री में काम करने के लिए निकले थे लेकिन ठेकेदार वहां न ले जाकर आंध्र प्रदेश लेकर चला गया. 


मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि वहां पर किसी फैक्ट्री में उसने इन युवकों को बेच दिया है. इसके अलावा परिजनों के माता-पिता के मुताबिक पता चला है कि बच्चों के साथ मारपीट की जा रही है और काम करवाया जा रहा है. साथ ही साथ भागने के नाम पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. 


जब से इस घटना की जानकारी परिजनों को लगी है, उनकी नींद हराम हो गई है. परिजन 5 फरवरी को शहडोल एसपी को पत्र सौंप कर बच्चों को वापस लाने की गुहार लगा चुके हैं. मामले को लेकर एसपी का कहना है कि जल्द ही युवकों की वापस लाया जाएगा. 


पहले भी आ चुके हैं मामले 
इससे पहले सिवनी जिले के छपारा थाना क्षेत्र के 10 लोगों को बंधक बनाने का मामला सामने आया था. इन लोगों को महाराष्ट्र के सतारा जिले में 3 महीने तक बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था. इन लोगों को वापस नहीं आने दिया जा रहा था. इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस टीम से की. शिकायत के बाद पुलिस टीम ने इन लोगों को छुड़वाया इसके बाद ये घर वापस लौटे.