भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रायसेन जिले के नूरगंज में पिछले दो महीनों में दूषित पानी पीने से 11 लोगों की मौत होने का दावा किया. इसके साथ शिवराज सिंह चौहान ने यहां के 70 परिवारों के बीमार होने की बात कही और राज्य सरकार पर निष्क्रिय होने का आरोप लगाया. शिवराज ने मंगलवार को कहा, "भोपाल के पास होते हुए भी अब तक मुख्यमंत्री या उनके किसी मंत्री ने नूरगंज पहुंचकर पीड़ितों का हाल नहीं पूछा. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के लोगों की इस तरह की उपेक्षा सहन नहीं करेगी."


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पीड़ितों के बीच पहुंचे शिवराज ने कहा कि पिछले चार दिनों में हुई चार मौतों से पूरा गांव डरा हुआ है. कई लोग अभी भी बीमार हैं, लेकिन अमानवीयता यह है कि प्राइवेट अस्पताल मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं. इस संकट के समय में सरकार और प्रशासन पीड़ितों को उपचार भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमारी सरकार के समय ऐसा नहीं होता था. इस संकट के समय में हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं."


शिवराज ने कहा कि 4000 की आबादी वाले इस गांव में पानी की पाइपलाइन 30 साल पुरानी हो चुकी है, जिससे पानी के प्रदूषित होने का खतरा बढ़ गया है. सरकार यहां पीने के साफ पानी की व्यवस्था करे और बीमारों के उपचार के लिए तुरंत व्यवस्था की जाए. उन्होंने मांग की कि सरकार प्रत्येक बीमार व्यक्ति को इलाज के लिए 50 हजार रुपये और मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की राहत राशि तुरंत दे.


(इनपुट एजेंसी से भी)