जबलपुर: प्रदेश के मंदसौर में एक जून से 10 जून के बीच होने वाले किसान आंदोलन से सरकार की नींद उड़ी हुई है. इसी बीच प्रदेश में किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने करीब 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ में सरकार के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि शिवराज सरकार खुद ही अराजकता फैला रही है. 


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कमलनाथ ने फोटो पोस्‍ट करते हुए ट्वीट किया कि 80 साल के बुज़ुर्ग किसान से भी भरवाया बॉन्ड. गोली से मृत किसान के भाई को भी नोटिस. हज़ारों किसानो को, व्यापारियों को भी शांति भंग के नोटिस. आंसू गैस, लट्ठ का इंतज़ाम. प्रतिबंधित धाराएं लगी. यह सब करकर शिवराज सरकार ख़ुद अराजकता फैला रही है व माहौल बिगाड़ रही है.



बता दें कि मध्य प्रदेश में किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने करीब 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए हैं. वहीं प्रशासन ने गड़बड़ी से निपटने के लिए नीमच जिले के मनासा के ढाकनी गांव निवासी 80 वर्षीय एक बुजुर्ग किसान को भी नोटिस थमा दिया. किसान संगठनों द्वारा एक से दस जून तक प्रस्तावित किसान आंदोलन को लेकर हाई अलर्ट पर है.


किसान आंदोलन: मंदसौर में 1200 लोगों को प्रतिबंधात्मक नोटिस, साइन कराए 25000 के बांड


इसी के साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह गौतम को प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी हुआ है. हालांकि उनके घर पर ना मिलने की वजह से उन्हें नोटिस सर्व नहीं हो पाया है. इन नोटिसों के जरिए 25000 रुपये तक के बांड भी भरवाए जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह गौतम ने जी मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें प्रतिबंधात्मक नोटिस यशोधर्मन नगर थाना से जारी किया गया है. 


जारी हुआ सुरक्षा अलर्ट 
मंदसौर में 1 से 10 जून तक होने वाले संभावित किसान आंदोलन में 6 जून को राहुल गांधी की सभा हागी. वहीं 30 मई को मुख्यमंत्री के दौरे के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं. किसी आकस्मिक घटना से निपटने के लिए लगातार मॉक ड्रिल की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि किसी भी तरह की विकट परिस्थिति से निपटने के लिए पुख्‍ता सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. साथ ही सूचना तंत्र भी पूरी तरह सक्रिय किया गया है. कोशिश की जा रही है कि हर एक स्थल की संपूर्ण सूचनाएं  समय-समय पर एकत्र होती रहे ताकि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना हो पाए.