टीकमगढ़: मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य महकमा का हाल बुरा है. प्रदेश में कई ऐसे जिला अस्पताल हैं, जिनकी बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है. इन अस्पतालों में किसी भी वक्त हादसा हो सकता है, और आए दिन ऐसे हादसे होते ही रहते हैं. ताजा मामला टीकमगढ़ जिला अस्पताल का है जहां छत का प्लास्टर गिरने की वजह से अस्पताल के कुछ कर्मचारियों को चोट आई हैं. यह हाल प्रदेश के उस जिला अस्पताल का है जिस जिले के प्रभारी यहां के स्वास्थ्य मंत्री हैं. जिला अस्पताल के क्षय कार्यालय भवन की छत का प्लास्टर गिरने से कार्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों को गंभीर चोट आई है. साथ ही कार्यालय का फर्नीचर भी टूट गया है. घायल कर्मचारी का हाल जानने मौके पर पहुंचे अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है इंजीनियर को बुलाकर भवन के संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं.


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दरअसल, जिला अस्पताल के क्षय कार्यालय भवन में बैठकर विभाग के सीनियर लैब टेक्नीशियन राजेंद्र जैन राजेन्द्र जैन एक क्षय रोगी की रिपोर्ट तैयार कर रहे थे. इसी बीच अचानक भर भराकर भवन की छत का प्लास्टर उनके उपर आ गिरा, जिससे उनके सिर के साथ-साथ शरीर के अन्य अंगों में गंभीर चोटें आई हैं. प्लास्टर गिरने की वजह से कार्यालय की टेबिल का कांच और बैठने की कुर्सियां तक टूट गई. जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त उस कर्मचारी के अलावा केवल एक ही मरीज मौके पर था जिसकी वजह से बड़ा हादसा होने से टल गया.