ग्वालियर/वैभवः उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत के बयान से पहनावे पर शुरू हुआ सियासी बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. मध्य प्रदेश सरकार में संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने भी लड़कियों की फटी जींस को गरीबी की निशानी बता दिया है. वहीं एमपी के उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने भी पहनावे को संस्कृति से जोड़ दिया है.


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क्या बोले भारत सिंह कुशवाहा
मध्य प्रदेश सरकार में उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने कहा है कि "समय के साथ परिवर्तन आया है, यह बात सही है लेकिन हमारी अपनी संस्कृति है और हमें इसका ख्याल रखना चाहिए. ये हमारे स्वयं के लिए और समाज के लिए भी जरूरी है. बच्चे जिस तरह से कपड़े पहनते हैं, कहीं ना कहीं घरवालों को भी प्रेरणा देनी चाहिए. हमें अपनी संस्कृति और पहचान बनाए रखनी है." 


ऊषा ठाकुर ने भी की थी टिप्पणी
भारत सिंह कुशवाहा से पहले एमपी की संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा था कि भारतीय संस्कृति कालजयी विश्व विजय जगतगुरु संस्कृति है, जिसमें फटे कपड़े पहनना दरिद्रता की निशानी है. भारतीय संस्कृति में फटा कपड़ा पहनना निषेध है. इसलिए जो भी भारतीय संस्कृति और परंपरा को मानते हैं, वो फटा कपड़ा ना पहने. 


उत्तराखंड के सीएम के बयान पर हुआ था हंगामा
बता दें कि उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि संस्कारों के अभाव में युवा अजीबोगरीब फैशन करने लगे हैं. घटनों पर फटी जींस पहनकर खुद को बड़ा समझते हैं. लड़कियां भी ऐसे फैशन में पीछे नहीं हैं. इसे लेकर उन्होंने एक घटना का भी उल्लेख किया.