हितेश शर्मा/दुर्ग: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या के साथ-साथ भगवान श्री राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी काफी उत्साह नजर आ रहा है. यहां जगह-जगह आयोजन जोरों पर हो रहे हैं. वहीं दुर्ग जिले में भी खास आयोजनों की तैयारी है. पूरा शहर भगवामय हो चुका है. चारों तरफ श्री राम के धर्म ध्वज लगे हुए हैं. 


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108 मंदिरों से निकाली जाएगी धर्म ध्वजा
दुर्ग के 108 मंदिरों से धर्म ध्वजा निकल जाएगी, जो पूरे शहर का भ्रमण करते हुए रविशंकर स्टेडियम पहुंचेगी. इसके बाद दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में भी एक बड़ा आयोजन होगा. इस आयोजन को लेकर दुर्ग जिले के तमाम आमजन पूरी तरह से तैयारी में जुटे हुए हैं.


21 हजार भक्त एक साथ करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ
21 जनवरी को 21 हजार लोगों के द्वारा एक साथ एक स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. हनुमान चालीसा का पाठ संगीतमय होगा. वहीं इसको लेकर तैयारियां भी जोरों पर है. बता दें कि 21 हजार लोगों के द्वारा 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा जिसको लेकर जिला प्रशासन तमाम आमजन सभी मंदिर समितियां और तमाम तरह की धार्मिक संस्थाएं भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लगी हुई है. 


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छत्तीसगढ़ में रहेगा अवकाश
छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को आधे दिन का अवकाश रहेगा. इस संबंध में CM विष्णु देव साय ने खुद जानकारी दी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्होंने लिखा- 'महत्वपूर्ण घोषणा'. छत्तीसगढ़ से भगवान श्रीराम का गहरा नाता है. छत्तीसगढ़ उनका ननिहाल है. भगवान श्रीराम अयोध्या में जन्मे, उनकी माता कौशल्या का जन्म छत्तीसगढ़ में हुआ. इस तरह भगवान राम छत्तीसगढ़ के भांजे हैं. वनवास काल के 14 वर्षों में से 10 वर्ष उन्होंने छत्तीसगढ़ के जंगलों में व्यतीत किए. वे छत्तीसगढ़ के जन-जन के मन में रचे-बसे हैं. अयोध्या में हो रही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूरा छत्तीसगढ़ हर्षित है. 22 जनवरी को दोपहर 2.30 बजे तक राज्य में अवकाश रहेगा.