MP NEWS: BJP की जन आशीर्वाद यात्रा पर हमला, बाल-बाल बचे ये दिग्गज नेता, छिड़ा सियासी घमासान
MP Election: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की ओर से निकाली जा रही जन आशीर्वाद पर हमले की घटना सामने आई है. नीमच जिले में यात्रा पर पथराव हुआ. इस दौरान कई गाड़ियों के शीशे टूट गए. यात्रा के दौरान बीजेपी की कई दिग्गज नेता भी मौजूद थे.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में मंगलवार देर शाम जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव का मामला सामने आया. जानकारी के अनुसार जन आशीर्वाद यात्रा रामपुरा क्षेत्र के चैनपुरा ब्लॉक से होती हुई गांधी सागर की ओर गुजर रही थी. इसी दौरान रथ यात्रा को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. इसके अलावा काफिले पर पथराव भी किया गया. यात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और मानस विधायक माधव मारू मौजूद थे.
यात्रा पर पथराव की वजह से भाजपा के रथ का शीशा टूटा गया. बताया यह भी जा रहा है कि मानसा विधायक माधव मारू की गाड़ी पर भी पथराव किया गया है. गौरतलब है कि मंदसौर के गांधी सागर अभयारण्य क्षेत्र में कूनो की तर्ज पर चीता प्रोजेक्ट लाया जा रहा है. इसकी वजह से रामपुर क्षेत्र के कुछ गोचर जमीन चीता प्रोजेक्ट में जा रही है. इसको लेकर लंबे समय से गोपालक ज्ञापन देकर हजारों गायों का पालन करने के लिए बात कह रहे हैं.
डरी हुई कांग्रेस कर रही गुंडागर्दी: वीडी शर्मा
जन आशीर्वाद यात्रा पर हमले के बाद प्रदेश की सियासत में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. मामले को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यात्रा की सफलता से डरी हुई कांग्रेस गुंडागर्दी कर रही है. ऐसे गुंडों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यात्रा और सफलता के साथ आगे बढ़ेगी.
कांग्रेस ने कहा- जैसा किया वैसा भर रही बीजेपी
इधर, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि बीजेपी ने जैसा किया वैसा भर रही है. 18 वर्षों में जो कर्म किये हैं उनके परिणाम सामने आने लगे हैं. गांधी सागर वन अभयारण्य में चीता प्रोजेक्ट से नाराज़ किसानों ने जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह मनासा विधानसभा जिला नीमच के ग्राम रावलीकुड़ी में गांधी सागर वन्य अभयारण्य में चीता प्रोजेक्ट से नाराज़ किसानों ने जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध किया और "कार्यानुसार आशीर्वाद" दिया है.