CM Mohan Yadav: मुख्यमंत्री मोहन यादव फिलहाल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. सीएम ने शपथ के बाद ही कहा था कि सुशासन सबसे ज्यादा जरूरी है, जिसकी झलक उनके कुछ फैसलों में भी दिखी है. मध्य प्रदेश में अब तक कई जिलों के कलेक्टर बदले गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के कलेक्टरों के ट्रांसफर करने को लेकर लोगों के बीच एक बात की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है. सीएम मोहन यादव ने अब तक शाजापुर, उज्जैन, गुना, जबलपुर और नरसिंहपुर जिलों के कलेक्टर बदले हैं, जिसमें एक बात कॉमन नजर आई है, यही वजह है कि यह सीएम के फैसले की चर्चा हो रही है. 


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तेरा क्या होगा रीवा 


मोहन यादव के उज्जैन, गुना, जबलपुर, जाने के बाद यहां के कलेक्टर बदल दिए गए, आज मुख्यमंत्री रीवा जा रहे हैं, ऐसे में सोशल मीडिया पर मजेदार चर्चा चल रही है. लोग बोल रहे हैं अब तेरा क्या होगा रीवा. क्योंकि सीएम आज रीवा जिले के दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री रीवा में कई बड़ी घोषणाएं करने वाले हैं, लेकिन घोषणाओं से ज्यादा चर्चा कलेक्टर की भी हो रही है. 


इन जिलों के बदले कलेक्टर 


दरअसल, गुना बस हादसे के बाद सीएम मोहन यादव ने गुना जिले के कलेक्टर और एसपी दोनों का तबादला कर दिया था. इसके अलावा शाजापुर जिले के कलेक्टर ने ड्राइवर को औकात दिखाने की बात कही थी, जिसके बाद सीएम ने अगले ही दिन शाजापुर के कलेक्टर किशोर कन्याल को भी हटाया था. इसके अलावा सीएम बुधवार को जबलपुर के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने जिले की समीक्षा बैठक भी की थी, उसके अगले ही दिन उन्होंने जबलपुर और नरसिंहपुर जिले के कलेक्टरों को हटा दिया था. 


प्रशासनिक कसावट में जुटे सीएम 


मोहन सरकार के गठन के बाद अब तक 7 जिलों के कलेक्टर मध्य प्रदेश में बदले जा चुके हैं. सीएम सबसे पहले अपने गृह जिले उज्जैन के दौरे पर गए थे, जिसके बाद उन्होंने उज्जैन कलेक्टर का तबादला किया था. हालांकि यह केवल संयोग ही बनता नजर आ रहा है. लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव फिलहाल प्रशासनिक कसावट में जुटे हैं. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ग्वालियर का दौरा किया था, जबकि आज वह रीवा जिले के दौरे पर हैं. सीएम जिस भी जिले में जा रहे हैं वहां प्रशासनिक समीक्षा बैठक जरूर कर रहे हैं. 


विपक्ष ने भी की थी तारीफ 


मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शाजापुर जिले के कलेक्टर ड्राइवर को औकात दिखाने वाले बयान के चलते हटा दिया था. उनके इस फैसले की विपक्ष ने भी तारीफ की थी. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सीएम एक फैसले की तारीफ की थी. जबकि राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी उनके फैसले का स्वागत किया था. 


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