Cold Drink Side Effect: कोल्ड ड्रिंक के नुकसान जान लेंगे तो इसे हाथ भी नहीं लगाएंगे
कोल्ड ड्रिंक आज सबसे पसंदीदा पेय पदार्थों में से एक है. खासकर युवा वर्ग को यह खास पसंद है लेकिन इसके नियमित सेवन करने से शरीर को गंभीर नुकसान भी हो सकता है. तो आइए जानते हैं कि कोल्ड ड्रिंक पीने के क्या खतरे हैं...
नई दिल्लीः आजकल की फास्ट लाइफ में कोल्ड ड्रिंक लोगों का पसंदीदा पेय पदार्थ है. खासकर युवाओं में कोल्ड ड्रिंक का क्रेज गजब है. फास्ट फूड के चलन के बाद कोल्ड ड्रिंक के सेवन में भी तेजी आई है. हालांकि इसके नुकसान जानकर आप चौंक जाएंगे. दरअसल कोल्ड ड्रिंक पीने से मोटापे, डायबिटीज समेत कई गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. तो आइए जानते हैं कि किस तरह कोल्ड ड्रिंक हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा रही है.
डायबिटीज का खतरा
कोल्ड ड्रिंक में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. जैसे ही हम कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, वैसे ही हमारे शरीर में शुगर का लेवल बहुत ज्यादा हाई हो जाता है. इससे हमारे शरीर में शुगर को कंट्रोल करने के लिए तेजी से इंसुलिन रिलीज होता है. अब अगर हम बहुत ज्यादा कोल्ड ड्रिंक का सेवन करेंगे तो इससे इंसुलिन अनियंत्रित होने का खतरा है और आखिरकार यह डायबिटीज का कारण बन सकता है.
मोटापे का कारण
चूंकि कोल्ड ड्रिंक में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है तो इससे शरीर को बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी मिलती है जो मोटापे का कारण बनती हैं. यही कारण है कि कोल्ड ड्रिंक बहुत ज्यादा पीने से मोटापे की समस्या हो सकती है. रिसर्च के अनुसार, रोजाना कोल्ड ड्रिंक पीने वाले लोगों में मोटापे की समस्या होने का 60 फीसदी खतरा होता है.
लिवर के लिए भी खतरनाक
कोल्ड ड्रिंक में ग्लूकोज, फ्रक्टोज बहुत ज्यादा पाया जाता है. फ्रक्टोज को पचाने में लिवर को बहुत ज्यादा मेहनत करनी होती है. अब अगर हम नियमित तौर पर कोल्ड ड्रिंक का सेवन करेंगे तो इससे लिवर में इंफेक्शन होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
दांतों और दिमाग के लिए भी खतरनाक
कोल्ड ड्रिंक पीने से हमारी याददाश्त कमजोर हो सकती है. साथ ही इसमें फास्फोरिक एसिड और कार्बोनिक एसिड होता है, जो हमारे दातों की ऊपरी पर्त को नुकसान पहुंचाते हैं. इससे दांतों में सेंसिटिविटी और कैविटी जैसी समस्याएं हो सकती है.
(डिस्कलेमर- यहां बताई गई बातें, सामान्य जानकारी और विभिन्न लेखों पर आधारित है. जी मीडिया यहां बताई गई बातों की पुष्टि नहीं करता है. कोई भी समस्या या शंका होने पर विशेषज्ञ से सलाह लें और उसी के अनुसार काम करें.)