आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में आवारा कुत्तों से लोग काफी परेशान हैं. बीती रात एक कुत्ते ने 21 लोगों को अपना निशाना बनाया. कुत्ते के हमले में घायल हुए लोग नजदीकी जेपी अस्पताल पहुंचे. जहां घायलों की संख्या अधिक होने से यहां रैबीज इंजेक्शन भी कम पड़ गए. बता दें कि इसके पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. लोगों का कहना है कि नगर निगम में 10 बार शिकायत करने के बाद भी कुत्तों को नहीं पकड़ा जाता.


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अस्पताल में कम पड़े रेबीज के इंजेक्शन
सिर्फ डेढ़ घंटे में इस कुत्ते ने 21 लोगों को अपना शिकार बनाया. स्थिति ये है कि शहर के जेपी अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन लगवाने वाले लोगों की लाइन लग गई है. इस कारण अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन कम पड़ गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बाइक चलाते समय भी पीछा करते हैं, जिससे एक्सीडेंट की संभावना रहती है. कई बार बच्चों को भी काट लेते हैं.


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रेबीज के इंजेक्शन को लेकर भोपाल के CMHO डॉ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि, पर्याप्त मात्रा में रेबिज समेत अन्य इंजेक्शन अस्पतालों में मौजूद हैं. कल एक दुखद घटना हुई थी. उस समय 10 इंजेक्शन थी. अमूमन एक बार मे इतना इंजेक्शन ही रखा जाता है. कई लोग एक साथ पहुंचे सभी को इंजेक्शन के साथ उचित उपचार दिया गया है.


कुत्तों को पकड़ने के लिए चलाया जाएगा अभियान
दरअसल, अब तक शहर में एनिमल बर्थ कंट्रोल के लिए भी इंतजाम नहीं हो सके हैं. जबकि कुत्तों की नशबंदी के लिए करोड़ों रूपये खर्च किये जा रहे हैं. विधानसभा में बताए गए आंकड़ों के मुताबिक 2015 से 2021 तक प्रदेश के 5 प्रमुख शहरों में कुत्तों की नसबंदी पर 17 करोड़ रुपये खर्च हुए. वहीं भोपाल में 6 करोड से ज्यादा की राशि खर्च की गई. लेकिन अब एक बार फिर भोपाल में आवरा कुत्ते ने 21 लोगों पर हमला कर दिया. नगर निगम अध्यक्ष ने दावा किया है कि, बर्थ कंट्रोल के लिए नसबंदी में तेजी लाई जाएगी और कुत्तो को पड़कने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा.