Election Commission Of India: चुनाव में होने वाले खर्च का ब्यौरा हर प्रत्याशी को देना होना होता है. इसके लिए चुनाव आयोग द्वारा तय तिथि के अनुसार कैंडिडेट द्वारा चुनावी खर्च का हिसाब दिया जाता है. इसी सिलसिले में मतदान से पहले नामांकन प्रक्रिया के बाद से निर्धारित तिथियों 6 नवंबर, 10 नवंबर और 15 नवंबर को तीन बार चुनाव खर्च का हिसाब प्रत्याशियों को प्रस्तुत करना था. जिले में 108 प्रत्याशियों में पहले व दूसरे व्यय परीक्षण के दौरान 16 प्रत्याशियों ने अपना हिसाब नहीं दिया था, जिस पर उन्हें नोटिस जारी हुआ था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिन पार्टियों को जारी हुआ नोटिस
प्रत्याशियों ने नोटिस जारी होने के बाद अपना हिसाब नहीं दिया था. इसके बाद भी वोटिंग से पहले 15 तारीख तक चुनावी व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत करना था. जिसमें कांग्रेस, जकांछ, बसपा, आम आदमी पार्टी, गोंगपा एवं निर्दलीय मिलाकर 20 प्रत्याशियों ने खर्च का हिसाब नहीं दिया था. अब विधानसभा चुनाव में जितने भी प्रत्याशी हैं, उन सभी को मतगणना के बाद एक माह के भीतर चुनावी व्यय का अंतिम हिसाब देना होगा. 


जिन प्रत्याशियों ने ब्यौरा दिया
वहीं वोटिंग के पहले जिन प्रत्याशियों ने चुनावी खर्च का हिसाब दिया, उसके अनुसार मस्तूरी विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप लहरिया सबसे ज्यादा 24 लाख 16 हजार 149 रुपए खर्च दर्शाया है. दूसरे नंबर पर कोटा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव ने 23 लाख 55 हजार 449 रुपए खर्च किया है. तीसरे नंबर पर जकांछ की कोटा विधानसभा प्रत्याशी डॉ. रेणु जोगी ने 22 लाख 8 हजार 972 रुपए, उसके बाद तखतपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह 19 लाख रुपए, मस्तूरी से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी 16 लाख 74 हजार 952 रुपए, मस्तूरी से बसपा प्रत्याशी दाऊराम रत्नाकर 14 लाख 74 हजार 348 रुपए है.


इसके अलावा बेलतरा से कांग्रेस प्रत्याशी विजय केशरवानी 11 लाख 48 हजार 807 रुपए, भाजपा प्रत्याशी सुशांत शुक्ला 10 लाख 90 हजार 27 रुपए, बिलासपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल ने 16 लाख 16 हजार 472 रुपए तथा कांग्रेस प्रत्याशी शैलेष पांडेय ने 13 लाख 7 हजार 218 रुपए, बिल्हा से भाजपा प्रत्याशी धरमलाल कौशिक 13 लाख 2 हजार 897 रुपए एवं कोटा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 17 लाख 19 हजार 252 रुपए खर्च किया था.