Hasnamba Temple: देशभर में जब लोग धनतेरस की शॉपिंग करने, खुशियां मनाने और भगवान का आशीर्वाद ले रहे थे. उस दौरान कर्नाटक में एक बड़ा हादसा. साल भर में एक बार खुलने वाले हसनंबा मंदिर में अचानक करंट फैल गया. करंट फैलने से भगदड़ मच गई. इस हादसे में 20 लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि इनमें से 10 लोगों की हालत गंभीर है. 


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अस्पताल में भर्ती हुए घायल
शुक्रवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु हसनांबे मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे. भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई थी. इस दौरान अचानक एक बिजली का तार टूटकर खंभे पर गिर गया. इसके बाद श्रद्धालुओं को करंट का झटका लगा और भगदड़ मच गई. भगदड़ में 20 लोग घायल हो गए. इनमें से 10 लोग गंभीर बताए जा रहे हैं. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. 


शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ हादसा
अब तक जांच में सामने आया है कि पंखे में शॉर्ट सर्किट हो गया था, जिसके बाद अचानक करंट फैल गया और मंदिर में भदगड़ मच गई.


साल में एक बार खुलता है मंदिर
हासन स्थित हसनंबा मंदिर साल में एक बार सिर्फ दिवाली के त्योहार पर खुलता है. ये मंदिर साल में सिर्फ 7 दिनों के लिए लिए खुलता है और फिर साल भर बंद रहता है. दिवाली के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. मंदिर बंद होने पहले एक घी का दीपक जलाया जाता है और गर्भगृह में फूल और पके हुए चावल का प्रसाद  रखा जाता है.


मान्यता है कि अंधकासुर नाम के राक्षस ने कठोर तपस्या के बाद, ब्रह्मा से अदृश्य होने का वरदान प्राप्त लिया था. वरदान प्राप्त करने के बाद उसने अत्‍या‍चार करना शुरू कर दिया. भगवान शिव ने ये सब देख जब अंधकासुर को मारने की कोशिश की हर खून की बूंद जो जमीन पर गिरती उससे राक्षस बन जाता. तब भगवान शिव ने अपनी शक्तियों से योगेश्वरी देवी का निर्माण किया, जिन्‍होंने यहां अंधकासुर का नाश कर दिया था. 


CM समेत कई बड़े नेता करने आते हैं दर्शन
इस मंदिर में माता रानी के दर्शन के लिए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत कई दिग्गज नेता भी हर साल पहुंचते है. इसके अलावा दूर-दूर से भक्त और देश के कोने-कोने से श्रद्धालु भी आते हैं.