कमल हासन बोले- `राजा चोल हिंदू नहीं थे`, बयान पर छिड़ी धर्म को लेकर बहस!
कमल हासन के ताजा बयान पर विवाद हो गया है. दरअसल कमल हासन ने कहा है कि राजा चोल हिंदू नहीं थे और हिंदू शब्द अंग्रेजों का दिया हुआ है. अब सोशल मीडिया पर कमल हासन को जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
नई दिल्लीः मशहूर एक्टर और राजनेता कमल हासन (Kamal Haasan) के ताजा बयान पर हंगामा हो गया है. दरअसल कमल हासन ने अपने एक बयान में तमिल फिल्मों के निर्देशक वेतरीमारन की बात का समर्थन किया है, जिसमें वेतरीमारन ने दावा किया था कि राजा चोल (Raja Cholan) हिंदू राजा नहीं थे. वेतरीमारन का समर्थन कर कमल हासन भी आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं.
कमल हासन ने दिया ये बयान
बता दें कि हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान फिल्म निर्देशक वेतरीमारन ने कहा था कि "लगातार हमारे पहचान चिन्हों को हमसे छीना जा रहा है. भगवान वेल्लुवर का भगवाकरण हो या फिर राजा चोल को हिंदू बताना, ये लगातार हो रहा है". अपने इस बयान को लेकर वेतरीमारन लोगों के निशाने पर आ गए थे. हालांकि अब कमल हासन ने भी वेतरीमारन के बयान का समर्थन कर दिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कमल हासन को भी जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
कमल हासन ने अपने बयान में कहा कि राजा चोल के समय में हिंदू धर्म नाम की कोई चीज नहीं थी. उस वक्त वैनावम, शिवम और समानम थे और ये अंग्रेज थे, जिन्होंने हिंदू शब्द का इस्तेमाल किया क्योंकि उन्हें नहीं पता था. ऐसे ही उन्होंने थुथुकुडी को तूतीकोरिन में बदल दिया. कमल हासन ने ये भी कहा कि उस वक्त कई धर्म थे.
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वहीं वेतरीमारन और कमल हासन के बयान पर राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा नेता एच राजा ने कहा कि राजा चोल एक हिंदू राजा थे. उन्होंने कहा कि "मुझे वेतरीमारन की तरह इतिहास की ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन उन्हें राजा चोल द्वारा बनाए गए दो चर्चों और मस्जिदों की ओर इशारा करना चाहिए. उन्होंने खुद को शिवपाद सेकरन कहा था, क्या तब वह हिंदू नहीं थे?"
चोल राजवंश ने 500 साल किया राज (Cholan Kingdom)
उल्लेखनीय है कि कमल हासन का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब मणिरत्नम की बहुचर्चित फिल्म पोन्नियन सेल्वन-1 रिलीज हुई है. पोन्नियन सेल्वन राजा चोल की कहानी पर आधारित है. चोल साम्राज्य भारत के सबसे प्रसिद्ध और ताकतवर राजवंश में से एक है. चोल राजवंश अपनी नौसैनिक ताकत को लेकर जाना जाता है और यह राजवंश कावेरी नदी के तट पर पनपा और विकसित हुआ. चोल राजवंश का शासन श्रीलंका, मालदीव और मलेशिया तक फैला. तमिल संस्कृति में चोल राजवंश को काफी महान माना जाता है. चोल राजवंश ने करीब 500 सालों तक दक्षिण भारत में राज किया.
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