Kanwar Yatra 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय आषाढ़ का महीना चल रहा है. इसके बाद सावन का महीना आएगा. सावन के महीना भगवान शिव के लिए काफी प्रिय होता है. इस महीने में शिव भक्त कांवड़ यात्रा निकालते हैं. ज्यादातर भक्त उत्तराखंड हरिद्वार से जल लेते हैं. फिर इसके बाद उज्जैन महाकाल, काशी विश्वनाथ सहित देश भर के ज्योतिर्लिंगों पर जल अर्पित करते हैं. इस बार कांवड़ यात्रा की शुरुआत कब हो रही है इसका महत्व क्या है आइए जानते हैं. 


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कब से शुरू होगी यात्रा
हिंदू धर्म में कांवड़ यात्रा को काफी ज्यादा पवित्र माना जाता है. इस साल यानी 2024 में कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है. सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक होगा. इस बार कांवड़ यात्रा की बात करें तो ये यात्रा 22 जुलाई से आरंभ होकर शिवरात्रि पर समाप्त हो जाएगी. सावन माह की त्रयोदशी तिथि पर आने वाली शिवरात्रि इस बार दो अगस्त को है और इस दिन कांवड़िए जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाएंगे. ऐसी मान्यता है कि सावन में जो भी भक्त विधि विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना करता है उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है. 


हरिद्वार का जल
कांवड़ यात्रा के दौरान ज्यादातर संख्या में बाबा के भक्त कांवड़ का जल लेने उत्तराखंड के हरिद्वार आते हैं. हरिद्वार में मां गंगा की नदी है.यहां पर यूपी, एमपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित कई राज्य के लोग आते हैं. यहां पर स्थित हरि की पौड़ी को लेकर मान्यता है कि समुद्रमंथन के बाद जब देवताओं और राक्षसों के बीच अमृत घट को लेकर छीना-झपटी हो रही थी तो उसमें कुछ बूंदें हरिद्वार में 'हर की पौड़ी' पर गिर पड़ी थीं. जिसकी वजह से यहां का जल काफी पौराणिक माना जाता है. ऐसे में यहां पर काफी संख्या में जल भरने के लिए कांवड़िए आते हैं.