Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना की शुरूआत की थी. ये योजना प्रदेश सरकार की सबसे अच्छी योजनाओं में से एक मानी जा रही थी. विधानसभा चुनाव के बाद जब भाजपा को बहुमत मिला तो बहुत से लोग इस योजना को भी श्रेय देते हुए नजर आए थे. इस योजना से जुड़ी एक खबर सामने आई है. बता दें कि आंगनवाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता, समस्त अध्यक्षक/ सचिव स्व सहायका समूह के सदस्य जो भी इस योजना का लाभ ले रहे हैं उनके लिए कार्यालय परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सागर ग्रामीण-2 की तरफ से निर्देश जारी किया गया है. जिसमें लाभ का परित्याग करने को कहा गया है. ऐसा न करने वालों पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.


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इतने दिन का दिया समय 
कार्यालय परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सागर ग्रामीण-2 की तरफ से निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि जो भी आंगनवाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता, समस्त अध्यक्षक/ सचिव स्व सहायका समूह के सदस्य अगर लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रहे हैं तो वो अपने लाभ का परित्याग कर दे.. 15 दिन के अंदर ऐसे लोग अपने लाभ का परित्याग नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है. 


नहीं जारी हुए हैं निर्देश 
हालांकि अपात्र लोगों पर कार्रवाई करने से संबंधित कोई भी आदेश शासन की तरफ से जारी नहीं किया गया है. मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक कहा जा रहा है कि अगर ऐसे लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं तो स्वेच्छा से परित्याग कर सकते हैं. इसके अलावा कहा जा रहा है कि ये आदेश निरस्त भी हो सकता है. 


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ये थी शर्तें 
इस योजना का लाभ पाने वालों के लिए कई शर्तें थे. जिसमें कहा गया था कि जो बहनें इनकम टैक्स के दायरे में ना आती हों, अगर संयुक्त परिवार है तो पांच एकड़ से ज्यादा जमीन न हो, परिवार में कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी न करता हो. घर पर ट्रैक्टर, चारपहिया वाहन न हो, इसके अलावा पूर्व सांसद, विधायक, पंचायत सदस्यों की पत्नि न हों, इन लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा.  बता दें कि लाडली बहना योजना की शुरुआत इस साल मार्च के महीने में सूबे के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने की थी. इसके तहत बहनों के खाते में 1250 रुपए भेजे जाते हैं.