शराब की दुकान अनलॉक और बाजार लॉक, व्यापारियों ने दी सामूहिक आत्महत्या की चेतावनी
जबलपुर में अनलॉक के साथ लॉक और अनलॉक को लेकर व्यापारियों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है.
कर्ण मिश्रा/जबलपुर: जबलपुर में अनलॉक के साथ लॉक और अनलॉक को लेकर व्यापारियों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है. कुछ दुकानों को छोड़ बाकी दुकानों को अनलॉक में शामिल न करने से नाराज व्यापारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बता दें कि जिसके चलते अनलॉक के दूसरे दिन आज सदर इलाके के व्यापारियों ने जबलपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ मिलकर सदर में बनी एक शराब की दुकान के बाहर धरना प्रदर्शन करने के साथ ही अनलॉक में अन्य दुकानों को छोड़कर शराब की दुकान को खोलने के फैसले का विरोध किया है. यहां तक की प्रशासन द्वारा बाजार खोलने की रियायत ना देने पर सामूहिक आत्महत्या करने का ऐलान कर दिया है.
शराब से कोरोना नहीं बढ़ेगा क्या?
विरोध जता रहे जबलपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों का कहना है कि व्यापारियों को दुकाने बंद रखने और शराब की दुकानों को खोलने का सरकार का फैसला निंदनीय है. शराब की दुकानें खुलेंगी, लेकिन व्यापारियों की दुकानें बंद रहेंगी, क्या शराब जरूरी वस्तु है? क्या शराब की दुकान पर आने वाले ग्राहकों से कोरोना का खतरा नहीं बढ़ेगा? राज्य सरकार अपने राजस्व के लालच में कोरोना को बढ़ावा दे रही हैं. हमाराी मांग है कि अगर शराब की दुकान खुलें तो बाजारों को भी खोला जाएं.
समझाकर धरना खत्म करवाया
हालांकि प्रदर्शन की खबर पाकर क्षेत्रीय भाजपा विधायक अशोक रोहाणी और जिला प्रशासन के अधिकारी विरोध जता रहे लोगों को समझाने मौके पर पहुंचे.जिसके बाद विधायक और मौजूद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने व्यापारियों की बात जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में उनकी मांग रखने की बात कह धरना खत्म करवाया.
गौरतलब है कि 2 जून अनलॉक का दूसरा दिन है, लेकिन जिस तरह से व्यापारियों में आक्रोश देखा जा रहा है. उसे देखते हुए प्रशासन को जल्द ही बीच का रास्ता निकालना चाहिए. ताकि व्यापारियों के गुस्से को शांत किया जा सकें.