AQI Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में एक तरफ मौसम में उतार-चढ़ाव दिख रहा है दूसरी तरफ प्रदेश के बड़े शहरों की हवा खराब हो गई है. एमपी के कई शहरों की हवा बहुत खराब है. राजधानी भोपाल समेत ग्वालियर जैसे बड़े शहरों की स्थिति हवा के मामले में फिलहाल ठीक नहीं है. प्रदेश में ग्वालियर की हवा सबसे ज्यादा खराब है, यहां का  AQI लेवल 343 दर्ज किया गया है.


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MP के बड़े शहरों का हाल


-भोपाल का AQI 280 
-ग्वालियर 343
-जबलपुर 313
-इंदौर 206 
इन लेवल में खराब स्थिति में एयर क्वालिटी माना जाता है. 


AQI लेवल की मांप 


AQI हवा में मिलने वाले प्रदूषित कणों को मापने का एक पैमाना है. देश में AQI( Air Quality Index ) स्तर और रीडिंग के हिसाब से 6 कैटेगरी में बांटा गया है. AQI लेवल 343 को बेहद खराब माना जाता है. इसे कई स्तरों में मापा गया है 
 
जीरो से 50 के बीच का AQI मतलब अच्छा यानी शुद्ध हवा माना जाता है.
50 से 100 के बीच वायु की शुद्धता संतोषजनक मानी जाती है. 
101 से 200 के बीच वायु की गुणवत्ता मध्य मानी जाती है.
201 से 300 के बीच वायु को शुद्धता खराब मानी जाती है.
301 से 400 के बीच की स्थिति बेहद खराब मानी जाती है.
401 से 500 के बीच की स्थिति गंभीर मानी जाती है. 


प्रशासन ने दिए जरूरी आदेश 


मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में वायु की गुणवत्ता सुधार के लिए गाड़ियों का PUC चेक करने का आदेश जारी किया है. फिर भी इसके बावजूद प्रदूषण कंट्रोल होता नहीं दिख रहा है. सभी वाहनों के लिए कलेक्टर ने पीयूसी सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य कर दिया है.