Madhya Pradesh Deputy CM Formula: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी की जीत के बाद ही इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि इस बार प्रदेश में उपमुख्यमंत्री वाला फॉर्मूला लागू होगा. 11 दिसंबर के दिन बीजेपी ने जब अपने पत्ते खोले तो यह बात पूरी तरह से सही साबित हुई. पार्टी ने मोहन यादव को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया तो राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाने का ऐलान किया. मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में अब तक चार डिप्टी सीएम बने हैं. 


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बीजेपी ने बदला कांग्रेस वाला रिवाज 


बीजेपी ने एक साथ दो डिप्टी सीएम बनाकर ने केवल सभी राजनीतिक पंडितों को चौंकाया है बल्कि कांग्रेस वाली राजनीति का रिवाज भी बदला है. दरअसल, मध्य प्रदेश में अब तक चार डिप्टी सीएम बने हैं, जिनमें वीरेंद्र कुमार सकलेचा, शिवभानुसिंह सोलंकी, सुभाष यादव और जमुना देवी शामिल हैं. इनमें अगर सकलेचा को छोड़ दिया जाए तो तीनों डिप्टी सीएम कांग्रेस के शासनकाल में रहे हैं. खास बात यह है कि यह चारों मालवा-निमाड़ अंचल से आते हैं. लेकिन बीजेपी ने मालवा-निमाड़ के साथ-साथ विंध्य अंचल को भी डिप्टी सीएम का पद देकर कांग्रेस वाली रवायत को बदला है. 


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यह फॉर्मूला भी बदला 


कांग्रेस ने अब तक आदिवासी और ओबीसी वर्ग से आने वाले नेताओं को डिप्टी सीएम बनाया था. लेकिन बीजेपी ने अनुसूचित जाति और ब्राह्राण वर्ग से डिप्टी सीएम बनाए हैं. यानि पार्टी ने दो बड़े बदलाव कर दिए हैं. इसके अलावा बीजेपी पहली बार अपने शासन में डिप्टी सीएम बनाने जा रही है, जो मध्य प्रदेश की राजनीति में एक तरह से नए राजनीतिक समीकरणों की शुरुआत होने जा रही है. 


ये नेता बना चुके हैं एमपी के डिप्टी सीएम 


  • वीरेंद्र कुमार सकलेचा (पहले उपमुख्यमंत्री) 

  • शिवभानु सिंह सोलंकी (पहले आदिवासी उपमुख्यमंत्री) 

  • सुभाष यादव (पहले ओबीसी उमुख्यमंत्री) 

  • जमुना देवी (देश की पहली महिला उपमुख्यमंत्री) 


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