MP Food: मुरैना की गजक है लाजवाब... कभी सोचा है कि वहां की गजक क्यों इतनी फेमस है, आइए जानते हैं
Morena Gajak Specialities: इस आर्टिकल में आज हम आपको मुरैना की गजक के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनियाभर में अपने स्वाद के लिए फेमस है. चलिए जानते हैं...
Morena Famous Gajak: अगर आप भी सर्दी में गजक खान के शौकीन हैं और आप भी मुरैना की गजक के बारे में जानना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि मुरैना की गजक क्यों इतनी फेमस है. दरअसल मध्यप्रदेश के मुरैना की गजक देशभर में फेमस है. सर्दी में हर कोई गजक खाना पसंद करता है, लेकिन क्या आपको पता है वहां की गजक इतनी खास क्यों है आइए जानते हैं.
देशभर में मशहूर है मुरैना की गजक
मुरैना की गजक के चाहने वाले देश ही नहीं विदेश में भी है. गजक सर्दियों के दिनों में सबसे ज्यादा खाई जाने वाली मिठाई है. क्योंकि इस खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. मुरैना की गजक अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दुबई आदि कई देशों में भेजी जाती है.आइए जानते हैं चंबल की घाटी से क्या है गजक का रिश्ता.
क्यों फेमस है मुरैना की गजक?
मुरैना मध्य प्रदेश में है, जो चंबल वाले इलाके में बसा शहर है. मुरैना के गजक की बात करें तो इस पूरे इलाके की गजक देशभर में फेमस है. मुरैना की गजक के फेमस होने के दो कारण है. पहला कारण ये है कि यहां गजक खास तरीके से बनाई जाती है, जिसमें तिल,गुड़, चीनी का खास मिश्रण होता है. और इसे खास तरीके से कूट-कूटकर बनाया जाता है. इसलिए लोग इसे खूब पसंद करते हैं. वहीं दूसरा कारण यहां की भौगोलिक स्थिति है. जिस वजह से यहां की गजक में अलग स्वाद आता है.
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गजक को लेकर ये भी है कहानी
मुरैना की गजक को लेकर एक कहानी ये भी है कि 1946 में चंबल के पानी ने मुरैना में गजक को जन्म दिया.गजक का अविष्कार सीताराम शिवहरे ने किया था.कहते है कि जब डकैतों के कारण लोग चंबल के लोगों से डरते थे. इसलिए शिवहरे इस इलाके को नई पहचान दिलाने के लिए तिल और गुड़ से बनने वाली मिठाई को चंबल के पानी की सहायता से गजक में बदल दिया. बता दें कि 5 से 8 किलोग्राम गजक बनाने में लगभग 10-15 घंटे लगते हैं.