अरुण त्रिपाठी/ उमरिया: टाइगर स्टेट (Tiger State MP) मध्य प्रदेश के उमरिया (Umaria News)जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत हो गई है. सुबह पार्क के गस्ती दल को सात साल के नर बाघ का शव मिला है प्रबंधन का दावा है की बाघ की मौत किसी दूसरे बाघ के साथ हुई टेरोटिरी फाइट में लगे घावों के कारण हुई है. बता दें कि बाघ की मौत के बाद प्रबंधन ने  प्रेस नोट जारी करते हुए घटना की जानकारी दी है. 


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यहां मिला था बाघ 
बांधवगढ़ नेशनल पार्क के किला रोड के आरएफ 317 बीट शेषशैया के वनमार्ग में एक नर बाघ मृत अवस्था में पाया गया था. बता दें कि गस्ती दल से इसकी जानकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी थी. बाघ के शरीर में कई जगह पर चोट के निशान पाए गए थे.  जानकारों की मानें तो आपस में लड़ाई की वजह से बाघ की मौत हुई है. बाघ के गले, कंधे और पीठ पर गहरे चोंट के निशान थे.  इसके अलावा बता दें कि एनटीसीए के प्रतिनिधि की उपस्थिति में तीन सदस्यीय दल ने बाघ के शव का परीक्षण किया और जांच के लिए भेज दिया है. 


पहले भी हो चुकी है मौत 
बांधवगढ़ में बाघों की मौत का सिलसिला लगातार चलता आ रहा है. बता दें कि बीते महीने पार्क के मानपुर वन परिक्षेत्र के बीट पटेहरा में बाघ की मौत हुई थी. यहां पर बाघ का क्षत विक्षत अवस्था में शव मिला था, जिसके बाद पार्क प्रबंधन में हड़कंप मच गया था. मरने वाले बाघ की उम्र लगभग 4 साल बताई जा रही था. इसके अलावा कहा जा रहा था कि बाघ का शव लगभग एक दो दिन पुराना है. इस बाघ की भी मौत आपसी लड़ाई बताई जा रही थी. 


उठ रहे सवाल 
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में इसके पहले भी बाघों की मौत हुई थी. जिसकी वजह से लोग पार्क प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि मध्य प्रदेश में इस साल हुई बाघों की मौत में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सर्वाधिक 13 बाघों की मौत हुई है. जिसकी वजह से प्रबंधन पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.