अरुण त्रिपाठी/ उमरिया:  टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश (Tiger State MP) में बीते दिन टाइगर की मौत की खबर आई थी. ये सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक बार फिर उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Death) में बाघ की मौत हुई है. बाघ का शव मिलने के बाद पार्क प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. बता दें कि पार्क प्रबंधन बाघ की मौत के बाद जांच में जुट गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा की बाघ की मौत किस वजह से हुई है. 


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यहां मिला शव 
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर कोर परिक्षेत्र में बाघ का क्षत- विक्षत शव मिला है. शव 20 से 25 दिन पुराना बताया जा रहा है. बाघ का शव  फेज फोर की गणना के दौरान ट्रैप कैमरा लगाते हुए बरामद किया गया. घटना की जानकारी के बाद प्रबंधन के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाघ की मौत के जांच में जुट गए हैं. बाघ के शव को लेकर प्रबंधन का दावा है कि बाघ की मौत आपसी लड़ाई की वजह से हुई है. हालांकि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ह मामला साफ हो पाएगा. लगातार हो रही बाघ की मौत के बाद लोग पार्क प्रबंधन पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि साल भर के अंदर 15 बाघों की मौत हुई है. 


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पहले भी हुई थी मौत 
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगातार बाघों की मौत की खबर आती रहती है. बता दें कि बीते दिन पार्क के किला रोड के आरएफ 317 बीट शेषशैया के वनमार्ग में एक नर बाघ मृत अवस्था में पाया गया था. गस्ती दल से इसकी जानकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई थी. बाघ के शरीर में कई जगह पर चोट के निशान पाए गए थे.  जानकारों की मानें तो आपस में लड़ाई की वजह से बाघ की मौत हुई थी. बाघ के गले, कंधे और पीठ पर गहरे चोंट के निशान थे.  ऐसे में एक बार फिर एक और बाघ की मौत चर्चा का विषय है.