MP News: कहते हैं कि है कि मंजिले उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता हौसलों में उड़ान होती है. ये बातें मध्य प्रदेश के इंदौर के अवनीश तिवारी पर इन दिनों एकदम फिट बैठती है. 9 साल के अवनीश इतनी कम उम्र में ऐसा कारनामा कर गए कि उनको राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किया गया. जिस पर सूबे के मुखिया मोहन यादव ने बधाई दी है. आइए जानते हैं कि कौन हैं अवनीश और क्यों हो रही है इनकी चर्चा. 


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मिला राष्ट्रीय पुरस्कार 
इंदौर के 9 साल के अवनीश तिवारी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. बता दें कि उन्हें राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया है है. इस साल 19 बच्चों को ये अवार्ड मिला. इसमें सबसे कम उम्र अवनीश की थी. बता दें कि आज अवनीश आज पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे. 


कौन हैं अवनीश 
9 वर्षीय अवनीश अपने जन्म के साथ ही दिक्कतों में आ गए. इनके दिल में जन्म से ही छेद था. जेनेटिक क्रोमोसोम डिसऑर्डर से पीड़ित होने की वजह से 1 साल की उम्र में इन्हें इनके माता- पिता अनाथाश्रम में छोड़ दिए थे. दिल में छेद के अलावा भी ये कई बीमारियों से पीड़ित थे. 


इसी समय इंदौर शहर के आदित्य तिवारी ने उन्हें गोद लेना चाहा. लेकिन आदित्य के अविवाहित होने की वजह ये गोद नहीं ले पाए, लेकिन लगातार कानूनी लड़ाई लड़ते रहे जिसके बाद नियमों में बदलाव किया गया और तब जाकर अवनीश को उन्हें दिया गया. 


अवनीश की बात करें तो इनके नाम 4 वर्ल्ड रिकॅार्ड दर्ज है. इन्हें 30 से ज्यादा एक्सीलेंस अवार्ड भी मिल चुके हैं, साल 2023 में इन्हें चाइल्ड आइकॉन अवार्ड और डाउन सिंड्रोम एक्सीलेंस अवार्ड से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है. बता दें कि ये एक हजार से ज्यादा सेमिनार, वेबिनार को संबोधित कर चुके हैं. 


इसके अलावा अवनीश यूनाइटेड नेशन व जिनेवा में भी कई कॉन्फ्रेंस में सहभाग कर चुके हैं. अवनीश चाइल्ड ट्रैफिकिंग रैकेट को भी एक्सपोज कर चुके हैं. इसके अलावा 7 साल की उम्र में ट्रैकिंग करते हुए माउंट एवरेस्ट पर जा चुके हैं, साथ ही साथ एवरेस्ट पर 600 मीटर की ट्रैकिंग करने का रिकॉर्ड भी अवनीश के नाम पर दर्ज है.  


बता दें कि अवनीश अपने पिता आदित्य तिवारी के साथ 14 अप्रैल 2021 को एवरेस्ट की यात्रा पर निकले थे औऱ 19 अप्रैल को वो शिखर पर पहुंच गए थे. इस दौरान अवनीश के पास 70 किलो का वजन था. साथ ही साथ इनके टाइट में भी बदलाव किया गया था. अवनीश को डाउंस सिंड्रोम है, ये अनाथ बच्चों के के हक के लिए काम करते हैं. इन्होंने एक टाइगर को भी गोंद लिया है. 


 



सीएम ने दी बधाई
राष्ट्रपति से सम्मानित होने के बाद सूबे के सीएम मोहन यादव ने ट्वीट करके बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि बेटा अवनीश, हमें तुम पर गर्व है, अवनीश तिवारी को सामाजिक सेवा के क्षेत्र में असाधारण कार्य के लिए 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024' से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई. मुझे गर्व के साथ आनंद है कि आपको यह पुरस्कार कल महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी के कर कमलों से उनके आशीर्वाद के साथ प्राप्त हुआ है. बेटा आप सदैव स्वस्थ एवं आनंदित रहें और ऐसे ही समाज के उत्थान में अपना योगदान देते रहें, मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद सदैव आपके साथ हैं.