MP नर्सिंग घोटाले में गिरफ्तार इस CBI इंस्पेक्टर को किया बर्खास्त, अब तक 23 पर FIR
MP Nursing Scam: मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, अब तक इस मामले में कुल 23 लोगों पर एफआईआर हो चुकी हैं. वहीं एक सीबीआई अधिकारी को भी बर्खास्त कर दिया गया है.
Nursing Scam: मध्यप्रदेश नर्सिंग कॉलेज घोटाले के मामले में गिरफ्तार किए गए CBI इंस्पेक्टर राहुल राज को बर्खास्त कर दिया गया है. राहुल के पास करीब 60 कॉलेजों की जांच थी, जिसमें उन्होंने कॉलेज संचालकों से रिश्वत ली थी, मामला सामने आने के बाद पहले राहुल को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद इस मामले में अब तक कई सीबीआई अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके अलावा नर्सिंग घोटाले में कुल 23 लोगों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
करोड़ों की नगदी जब्त
दरअसल, जब इस मामले में सीबीआई अधिकारियों की ही रिश्वत लेने की बात सामने आई तो फिर सीबीआई पूरी तरह से एक्टिव हुई और 7 कोर टीमों के साथ 4 सहायक टीमों ने भोपाल, इंदौर, राजस्थान समेत कुल 31 जगहों पर छापेमार कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई के दौरान कुल 2.33 करोड़ रुपए की नगदी जमा की गई थी. जबकि सीबीआई को 36 डिजिटल डिवाइस, सोने के बिस्किट और कई अहम दस्तावेज भी मिले थे.
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60 कॉलेजों की जांच कर रहे थे राहुल राज
नर्सिंग घोटाले के मामले में सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज करीब 60 कॉलेजों की जांच कर रहे थे. जहां जांच में पता चला कि राहुल ने अलग-अलग बिचौलियों की एक पूरी टीम तैयार करके रखी थी, वह लगातार इनके संपर्क से कॉलेजों का सौदा तय कर रहा था. सारी प्लानिंग पहले से तैयार रहती थी, जहां कॉलेज की जांच से लेकर निरीक्षण तक का समय सबकुछ तैयार कर पहले ही बता दिया जाता था. इसी दौरान राहुल राज ने सीबीआई की छापेमारी के दौरान रिश्वत ली थी. राहुल ने नर्सिंग कॉलेज के मालिक अनिल भास्करन से भी 10 लाख रुपए की रिश्वत ली थी. हालांकि मामला सामने आने के बाद राहुल को हिरासत में लिया गया था. जबकि चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.
23 पर एफआईआर
मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले में अब तक 23 लोगों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. बता दें कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर ही एमपी के 600 में से 308 नर्सिंग कॉलेजों की जांच की जा रही है. जहां कई कॉलेजों को क्लीन चिट देने के मामले में सीबीआई अधिकारियों ने ही रिश्वत ली है. जो कॉलेज फिट नहीं थे उन्हें भी फिट बता दिया गया था. ऐसे में अब फिलहाल सीबीआई हर एंगल से इस मामले की जांच कर ही है.
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