प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश की तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है. आज पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राजधानी भोपाल में अपने आवास पर प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं के साथ बैठक की. बताया जा रहा है कि इस बैठक में उम्मीदवारों के चयन और चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई है. जिसमें प्रत्याशियों के नामों को लेकर भी मंथन किया गया है. हालांकि बैठक में कांग्रेस के कुछ बड़े नेता शामिल नहीं हुए. 


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बैठक में शामिल नहीं हुए ये नेता 
खास बात यह है कि इस बैठक में भी कही न कही कांग्रेस की राजनीतिक अंतर्कलह खुलकर सामने आई. क्योंकि बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और खंडवा लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे हैं अरुण यादव और उनके भाई पूर्व मंत्री सचिन यादव इस बैठक में नहीं पहुंचे. एक तरफ उपचुनाव को लेकर कमलनाथ बैठक कर रहे थे तो दूसरी तरफ अरुण यादव ने कमलनाथ की बैठक से दूरी बनाकर अपने आवास पर खंडवा लोकसभा क्षेत्र के नेताओं के साथ अलग से बैठक की. अरुण यादव की बैठक में पहुंचे नेताओं ने कहा की हमारे नेता अरुण यादव है. 


जीतने वाले उम्मीदवार को ही मिलेगा टिकिट 
कमलनाथ द्वारा बुलाई गई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी शामिल हुए. बैठक में चारों उपचुनावो की तैयारियों व रणनीति को लेकर चर्चा हुई. जबकि उपचुनावों में प्रत्याशियों के नाम पर विचार विमर्श भी किया गया. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि जो भी जीतने वाला योग्य उम्मीदवार होगा, उसे हम अपना प्रत्याशी बनाएंगे. जो भी प्रत्याशी पार्टी की तरफ से तय होगा, सभी कांग्रेस जन पूरी ताकत और एकजुटता से उसे जिताने के लिए मैदान में जुट जाएं. जिस प्रकार दमोह में हमने उपचुनाव भारी मतो से जीता था. वैसे ही हमें यह सभी उपचुनाव भी भारी मतों से जीतना है. 


दमोह पैटर्न पर ही लड़ें जाएंगे उपचुनाव 
कमलनाथ ने कहा कि हम सभी उपचुनाव दमोह पैटर्न पर ही लड़ेंगे. क्योंकि दमोह का उपचुनाव हमारे संगठन ने अपने दम पर जीता था. क्योंकि यह चुनाव मंडल-बूथ-सेक्टर के कार्यकर्ताओं ने लड़ा, उस चुनाव की जीत मंडल-सेक्टर के कार्यकर्ताओं की जीत रही संगठन की जीत रही. इसलिए ये चारों उपचुनाव भी संगठन के दम पर लड़े जाएंगे. 


हमारा मुकाबला भाजपा के संगठन से है 
कमलनाथ ने कहा कि ''मैं शुरू से ही कहता हूं कि हमारा मुकाबला भाजपा से नहीं बल्कि उसके संगठन से है, आज की राजनीति परिवर्तनशील व स्थानीय हो चली है. अब बड़ी-बड़ी आम सभाओं और रैलियों का समय गया, अब तो बूथ पर व जनता से सीधे जुड़ाव का समय है. जिसका जनता से सीधा जुड़ाव होगा, उसकी जीत सुनिश्चित है. क्षेत्रों में मंडल-सेक्टर की इकाइयों में सभी योग्य, निष्ठावान लोगों का चयन हो, इस बात का आप सब लोग विशेष रुप से ध्यान रखें. हमें तेरा-मेरा नहीं देखते हुए सभी को साथ लेकर चलना है.'


सर्वे के आधार पर होगा प्रत्याशियों का चयन 
दरअसल, सूत्रों से इस बात की जानकारी मिली है कि कांग्रेस सर्वे के आधार पर प्रत्याशियों का चयन करेगी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन के लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है. खंडवा से जहां अरुण यादव दावेदारी कर रहे हैं तो पृथ्वीपुर सीट पर दिवंगत बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र सिंह राठौर के नाम पर चर्चा चल रही है. जबकि जोबट और रैगांव सीट पर भी कई नेताओं ने दावेदारी जताई है. 


सबको दावेदारी करने का हक 
बैठक में शामिल होनेपहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस विधायक नेता कांतिलाल भूरिया से जब उनके बेटे युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के जोबट से चुनाव लड़ने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दावेदारी करना सबका हक है, लेकिन फिलहाल उनके बेटे विक्रांत जोबट से कोई दावेदारी पेश नहीं की है. वही इस मामले में विक्रांत भूरिया का कहना है कि युवाओं को मौका देने के लिए वह प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से बात करेंगे. 


खंडवा से अरुण यादव की दावेदारी, शेरा ने पत्नी को मांगा टिकट 
खंडवा लोकसभा सीट बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई है. इस सीट पर कांग्रेस ने की तरफ से अरुण यादव का नाम सबसे ऊपर नजर आ रहा है. दरअसल, अरुण यादव इस सीट पर तीन चुनाव लड़ चुके हैं. पिछली बार वह चुनाव हार गए थे. लेकिन नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से सीट खाली होने के बाद अरुण यादव फिर से यहां सक्रिए नजर आ रहे हैं. वही बुराहनपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने अपनी पत्नी के लिए खंडवा लोकसभा सीट कांग्रेस की तरफ से टिकिट की दावेदारी पेश की है. 


जोबट से बताई जा रही है विक्रांत भूरिया की दावेदारी 
दरअसल, कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन से खाली हुई जोबट विधानसभा सीट पर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया की दावेदारी बताई जा रही है. विक्रांत दिवंगत कलावती भूरिया के भतीजे भी है और इस क्षेत्र में सक्रिए भी हैं. हालांकि उनकी दावेदारी को लेकर अभी कांग्रेस की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है. 


पृथ्वीपुर से नितेंद्र सिंह राठौर की दावेदारी 
वहीं पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन से खाली हुई निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर उनके बेटे नितेंद्र सिंह राठौर का टिकट लगभग तय माना जा रहा है. नितेंद्र आज कमलनाथ के बंगले पर आयोजित हुई बैठक में भी शामिल हुए थे. खास बात यह है कि नितेंद्र ने पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में अपने स्तर पर प्रचार भी शुरू कर दिया है. ऐसे में नितेंद्र को टिकट मिलना लगभग तय है. 


रैगांव सीट पर कांग्रेस को प्रत्याशी की तलाश 
वहीं सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट बीजेपी विधायक जुगलकिशोर बागरी के निधन से खाली हुई थी. ऐसे में इस सीट पर भी कांग्रेस को जिताऊ उम्मीदवार की तलाश है. कमलनाथ ने सतना जिले के कांग्रेस  जिला अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों से प्रत्याशी को लेकर चर्चा कर रहे हैं. 


तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस नियुक्त कर चुकी है प्रभारी 
खास बात यह है कि कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रभारियों की नियुक्तियां भी कर दी हैं. कांग्रेस ने जोबट का प्रभारी विधायक रवि जोशी, रैगांव का प्रभारी पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया और पृथ्वीपुर का प्रभारी विधायक प्रवीण पाठक और मनोज चावला को बनाया है. आज की इस बैठक में इन तीनों विधानसभा के प्रभारियों के साथ ही इन क्षेत्रों के प्रमुख नेताओं और जिला, ब्लाक अध्यक्षों को भोपाल बुलाया गया था.


कोरोना से हुआ था चारों नेताओं का निधन
मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होना है. चारों सीटों के जनप्रतिनिधियों का निधन कोरोना की वजह से हुआ था. खंडवा सीट सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से खाली हुई है, जबकि जोबट विधानसभा सीट कलावती भूरिया, पृथ्वीपुर विधानसभा सीट बृजेन्द्र सिंह राठौर और रैगांव विधानसभा सीट जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हुई है. इन चारों सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.


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