क्या दिग्विजय सिंह की सलाह मानकर नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा?
Nitish Kumar ने बिहार सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही दिग्विजय सिंह का एक पुराना बयान चर्चा में आ गया है, जिसमें दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार से एनडीए से नाता तोड़कर राजद के साथ जाने की अपील की थी.
नई दिल्लीः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन भी तोड़ दिया है. इस्तीफे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी के सभी विधायक और सांसद एनडीए से अलग होना चाहते थे. वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद दिग्विजय सिंह के एक पुराने बयान की भी चर्चा हो रही है.
दरअसल साल 2020 में जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी थी. तब दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा था कि बीजेपी, संघ का साथ छोड़कर तेजस्वी का साथ दें नीतीश. सभी समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोग साथ आएं. साथ ही दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार के लिए छोटा है उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में आना चाहिए. दिग्विजय सिंह ने नीतीश के बीजेपी के साथ गठबंधन पर कहा था कि बीजेपी-संघ अमरबेल के समान है, जिस पेड़ पर लिपट जाती हैं, वह पेड़ ही सूख जाता है और वह पनप जाती है. अब जब नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन टूट रहा है और जदयू राजद के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में है तो दिग्विजय सिंह का यह पुराना बयान चर्चा में आ गया है.
नीतीश कुमार का पुराना वीडियो भी हो रहा वायरल
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर उनका एक पुराना वीडियो खूब वायरल हो रहा है. यह वीडियो बिहार विधानसभा का है, जिसमें वह कह रहे हैं कि "इसके बाद किसी भी परिस्थिति में लौटकर जाने का प्रश्न पैदा नहीं हो सकता है. हम रहें या मिट्टी में मिल जाएं आप लोगों (राजद) के साथ अब कोई समझौता भविष्य में नहीं होगा."
बता दें कि बीते कई दिनों से जदयू और बीजेपी के गठबंधन में दरार आने की खबरें आ रहीं थी. मंगलवार को नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक भी बुलाई थी. वहीं राजद ने भी अपने सभी विधायकों को पटना बुला लिया है. खबर आ रही है कि नीतीश कुमार एक बार फिर राजद से हाथ मिला रहे हैं. कांग्रेस भी इस गठबंधन का हिस्सा होगी. कांग्रेस और वाम दलों ने भी जदयू के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं.