Narayanpur News: कभी नक्सलियों की थी दहशत, अब BSF ने खोला कैंप, देखें अबूझमाड़ की बदलती तस्वीर
Chhattisgarh News: नारायणपुर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके अबूझमाड़ को नक्सलियों का कोर इलाका कहा जाता था. यहां पर नक्सलियों का प्रभाव अन्य जगहों के मुताबिक ज्यादा रहता था. हालांकि अब यहां के निवासियों के अच्छे दिन आ गए हैं. यहां पर बीएसएफ ने कैंप खोला है. साथ ही साथ नक्सलियों को भगाने का काम किया है. इसके अलावा सड़कें भी बनाने का काम सरकार कर रही है.
नारायणपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित इलाके अबूझमाड़ के मसपुर को नक्सलियों का कोर इलाका कहा जाता है वहां पर पुलिस ने बीएसएफ का कैंप खोलकर नक्सलियों को खदेड़ने की ओर अपने कदम बढ़ा दिए हैं.
घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे मसपुर गांव के ग्रामीण आजादी के दशकों बाद भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन भय के साये में कर रहे थे लेकिन अब सरकार की नियद नेल्ला नार योजना के तहत सड़क मार्ग का निर्माण हुआ.
सड़क मार्ग के निर्माण के बाद स्थानीय लोगों को उनकी मूलभूत सुविधाएं मिलने लगी है. बता दें कि ये ग्रामीण अब तक मूल भूत आवश्यकताओं से लिए परेशान थे.
नारायणपुर जिले से महाराष्ट्र को जोड़ने के लिए नारायणपुर से मरोड़ा सड़क निर्माण का कार्य के सपने लगभग 40 सालों से जिलेवासी देख रहे थे.
अबूझमाड़ के घने जंगलों के बीच से होकर मरोड़ा जाने वाले लोगों को नक्सलियों के कोर इलाका से होकर गुजरना था इसके चलते सड़क निर्माण सालों से अटका पड़ा था जिसके चलते इस इलाके के ग्रामीण आज भी आदिम युग में जीवन यापन करने को मजबूर थे.
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद यहां की तस्वीर बदलती हुई दिखाई दे रही है. इन लोगों के लिए सरकार के द्वारा चौड़ी सड़कें बनाई जा रही है.
सड़कों के निर्माण के साथ ही साथ सरकार और जवानों ने यहां के ग्रामीणों को नक्सलियों के भय से मुक्त कराने का काम किया है.