Dhanteras पर ही क्यों खरीदा जाता है बर्तन, क्या है इसका भगवान धन्वंतरि से कनेक्शन
भारत में बड़ी ही धूमधाम के साथ दिवाली से पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है. इस दिन का भगवान धन्वंतरि से भी कनेक्शन है.
Dhanteras 2023
पौराणिक काल से ही भारत में धनतेरस के दिन बर्तन खरीदनें की परंपरा चली आ रही है जहां हर इंसान अपने-अपने घरों के लिए कोई न कोई बर्तन जरूर खरीदता है.
धनतेरस की पौराणिक मान्यता
धार्मिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि जो कि भगवान विष्णु का ही रुप हैं अमृत कलश लेकर समुद्र से बाहर आए थे. तब से ही उन्हें खुश करने के लिए लोगों में बर्तन खरीदने की चलन हो गई.
स्टील के बर्तन
पहले सोने के बर्तन खरीदे जाते थे, फिर पीतल और अब तो स्टील के बर्तन ही खरीदे जाते हैं.
बरकत का दिन
मान्यता के अनुसार धनतेरस का दिन बरकत का दिन कहलाता है, यानी की जिस दिन अपार धन समृद्धि होती है. इसी कारण घरों में बर्तन खरीदनें का रिवाज शुरू किया गया.
चिकित्सा का प्रचार प्रसार
कहते हैं धन्वंतरि ने ही पूरी दुनिया में चिकित्सा का प्रचार प्रसार किया था. धनतेरस के पावन दिन पर भगवान धन्वंतरि के साथ मां लक्ष्मी, गणेश और कुबेर की पूजा भी की जाती है.
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस
10 नवबंर को भारत में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है, मन्याता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था.