तृप्ति सोनी/रायपुर: छत्तीसगढ़ में पांच साल बाद फिर फरवरी 2024 में राजिम में कुंभ मेला लगेगा. इस बार मैनपाट में शिमला-मनाली की तर्ज पर मॉल रोड बनेगा. हिल स्टेशन के रुप में रामगढ़ और चैतुरगढ़ विकसित होंगे. छत्तीसगढ़ का प्रयागराज और त्रिवेणी संगम नगरी राजिम एक बार फिर साधु-संतों के समागम से गुलजार होगा.


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पांच साल बाद लगेगा राजिम कुंभ मेला
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के 5 साल एक बार फिर भव्य तरीके से कुंभ मेले का आयोजन किया जाएगा. राजिम मंदिर के चारों ओर परिक्रमा पथ बनाया जाएगा. छत्तीसगढ़ के मैनपाट और चैतुरगढ़ जैसे हिल स्टेशन में शिमला, मनाली की तर्ज पर मॉल रोड बनाए जाएंगे. मेले को लेकर बैठक में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेशहित में कई अहम फैसले लिए.


भव्य तरीके से किया जाएगा आयोजन
कुंभ मेले को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. मंत्री अग्रवाल ने राजिम मंदिर के चारों ओर परिक्रमा पथ बनाने के निर्देश दिए. इसके उन्होंने अधिकारियों को राज्य के मेला महोत्सव को बढ़ावा देने के निर्देश भी जारी किए हैं. पर्यटन के प्रचार-प्रसार और विकास को लेकर मंत्री अग्रवाल ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ में मैनपाट जैसे हिल स्टेशन वाले शहरों में शिमला, मनाली के तर्ज पर मॉलरोड बनाएंगे. सरगुजा के रामगढ़ और चैतुरगढ़ जैसे स्थानों का विकास हिल स्टेशन के रूप में करेंगे ताकि यहां राज्य के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को लुभा सके.


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कब होगी मेले की शुरुआत
सूत्रों के मुताबिक 22 फरवरी से राजिम कुंभ मेले की शुरूआत होगी. यह आयोजन 15 दिनों तक चलेगा. बता दें कि राजिम कुंभ में अयोध्या, बनारस, काशी, मथुरा के साधु-संतों का जमावड़ा देखने को मिलेगा.


जानें क्या है राजिम मेला
राजिम छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित है. यह मेला वार्षिक हिंदू तीर्थयात्रा से जुड़ा है. जहां हजारों भक्त पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. रामिम में कल्पवास की रस्म वैसे ही निभाई जाती है, जैसे प्रयागराज में की जाती हैं. यहां भी लोग दूर-दूर से आते हैं.