Rewa borewell News: रीवा में शुक्रवार को 6 साल का बच्चा करीब 160 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया. घटना दोपहर करीब 3.30 बजे की बताई जा रही है. वहीं तब से लेकर अभी तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलने के बाद भी बच्चे को निकाला नहीं जा सकता है. ताजा जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए उत्तरप्रदेश के बनारस से NDRF की टीम बुलाई गई है. इसके अलावा SDRF के साथ NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं.


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बता दें कि मंयक अपने चार दोस्तों के साथ गेंहू के कटे हुए खेत में छुटी हुई गेहूं की बालियां बीनने आया था. गेहूं की बालियां बीनते समय आचानक बोरवोल में मयंक जा गिरा था. इस हादसे के बाद अब फिर सवाल खड़े हो रहे है कि विदिशा,बैतूल,सीहोर, छतरपुर के बाद अब रीवा में भी एक मासूम लापरवाही का शिकार हुआ है. आखिर इसका जिम्मेदार कौन है?



40  से 45 फीट पर फंसा बच्चा
वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर  रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि 40 से 45 फ़ीट के बीच मे बच्चे के फंसे होने की आशंका है. रात 3 बजे तक लगभग 40 फीट पैरेलल गड्ढा खोदा जा चुका है. इसके बाद एक होरिजेंटल गड्ढा खोदा जाएगा. बच्चे का मूवमेंट फिलहाल नहीं पता चला रहा है.  वहीं बच्चे के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. जब ये घटना हुई परिजन मजदूरी करने गए थे. परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई की बात की है.


मौसम से भी लड़ाई जारी
वहीं रेस्क्यू के दौरान ही अचानक से बारिश का दौर भी शुरु हो गया. जिसके बाद बोरवेल को त्रिपाल से ढक दिया गया है. रेस्क्यू टीम ने अंदर कैमरा भेजा है, जिसके माध्यम से बाहर लगे टीवी पर बच्चे की हलचल का पता लगाया जा रहा है.



विधायक बोले दोषियों को छोडेंगे नहीं
वहीं त्योंथर से बीजेपी विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि सरकार से भी संपर्क बना हुआ है. दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जायेगा. विधायक ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा कि जब तक मयंक सकुशल बाहर नहीं आ जाता तब तक मैं घटना स्थल से हिलूंगा नहीं. मौसम की विपरीत परिस्थितियों में भी राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से जारी है. आप सब भी प्रार्थना कीजिए, हमारा मयंक सकुशल वापस आए.


रिपोर्ट - आकाश द्विवेदी