Shivraj Singh Chauhan: शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद भी पूरी तरह से सक्रिए नजर आ रहे हैं. अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के शाहगंज में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है. उनके इस बयान के कई राजनीतिक मतलब निकाले जा रहे हैं. इस दौरान जब कुछ महिलाओं ने उनसे मुलाकात की तो सब भावुक भी हो गए. 


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मामा और भाई का पद कोई नहीं छीन सकता


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाहगंज में आयोजित सभा में कहा 'मुख्यमंत्री के पद तो आते जाते रहते हैं. लेकिन मामा और भाई का पद कभी भी कोई भी नहीं छीन सकता है. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि कहीं न कहीं कोई बड़ा उद्देश्य होगा यार. क्योंकि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है, लेकिन कही न कही उद्देश्य की पूर्ति तो जरूर होती है.' शिवराज सिंह चौहान का यह बयान तेजी से प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा में आ रहा है. 


मैं तुम्हें छोड़कर कही नहीं जाऊंगा 


शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'मेरी जिंदगी बहनों और बेटियों के लिए हैं, इसलिए मैं इस धरती पर आया हूं. आपकी जिंदगी में कोई तकलीफ नहीं होगी और न होने दूंगा. तुम्हें छोड़कर मैं कही नहीं जाऊंगा. उन्होंने कहा कि कोई भी योजना बंद नहीं होगी और सब योजनाएं सतत चलती रहेंगी. क्योंकि प्रदेश में सरकार बीजेपी की है न कि कांग्रेस. इसलिए सभी योजनाएं आगे चलेंगी. बीजेपी ने जो वचन दिए हैं सब पूरे होंगे.'


यह कोई पहला मौका नहीं है जब शिवराज सिंह चौहान ने इस तरह का बयान दिया हो. इससे पहले भी वह लगातार इस तरह से बयान देते रहे हैं, जिसमें कई राजनीतिक मैसेज छुपे हैं. ऐसे में अब उनके राजतिलक और वनवास वाले बयान के भी लोग मायने निकालने में जुटे हैं. 


बुधनी में एक्टिव शिवराज सिंह चौहान 


बता दें कि शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव जीतते हैं, ऐसे में चुनाव खत्म होने के बाद वह अपने विधानसभा क्षेत्र पर पूरा फोकस कर रहे हैं. वह लगातार बुधनी में दौरे भी कर रहे हैं. शाहगंज में भी उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें बधाई दी है. 


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