रायसेनः कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य सिस्टम को उजागर कर दिया, ऑक्सीजन, इंजेक्शन, बेड से लेकर वैक्सीन तक हर चीज की कमी है. वैज्ञानिकों ने बताया कि देश में जल्द ही तीसरी लहर भी आएगी. ऐसे में परेशानियां और बढ़ेंगी, लेकिन कुछ लोगों के जज्बे को देखते हुए लगता है परेशानी हल हो या न हो, मुश्किलों से लड़ना आसान जरूर हो जाएगा. ऐसा ही कुछ रायसेन जिला स्थित बरेली के कुछ ग्रामीण भी कर रहे हैं.


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'पहल' से एक कॉल में पहुंचा रहे मदद
रायसेन जिले के बरेली गांव से सामने आईं इन पॉजिटिव तस्वीरों में गांव के कुछ युवा और ग्रामीण आगे आए. सामाजिक सहायता के उद्देश्य से इन्होंने ने 'टीम पहल' बनाई, इस टीम में गांव के ही कुछ सदस्य शामिल है. ये टीम पीड़ितों द्वारा एक फोन कॉल पर उनके लिए ऑक्सीजन, एम्बुलेंस व बेड के साथ ही भोजन की व्यवस्था उपलब्ध करवा रही है.


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कई किलोमीटर तक रक्तदान को पहुंचते हैं
टीम पहल के कई सदस्य तो एक ही फोन कॉल पर मदद करने के उद्देश्य से रक्तदान के लिए कई किलोमीटर दूर पहुंच जाते हैं. लॉकडाउन के कारण सारी व्यवस्थाएं बंद हैं, ऐसे में कोई भूखा न रहे इसी बात का ध्यान रखते हुए ये लोग सेवा कर रहे हैं. सैकड़ों लोगों को प्रतिदिन भोजन कराने के साथ ही गर्मियों में पालतू पशुओं के लिए पानी भी रख रहे हैं, जिससे कोई भी मवेशी प्यासा न रहे.


मुक्तिधाम पहुंच कर की सफाई
टीम के युवा हर किसी की मदद को आगे आ रहे हैं, बुधवार को वे बरेली शहर के मुक्तिधाम पहुंचे. जहां उन्होंने अंतिम संस्कार की सामग्रियां जुटाईं, हैंड ग्लव्स और मास्क लगाकर सफाई भी की. यहां कचरे के ढेर पर पीपीई किट समेत कई अन्य कचरा फैला था, जिसे उन्होंने मिलकर साफ किया. 'टीम पहल' के काम की जानकारी जब बरेली नगर परिषद को लगी तो वे भी मदद को आगे आए. युवाओं के साथ मिलकर मुक्तिधाम की सफाई की और पूरे क्षेत्र में सैनिटाइजर का छिड़काव किया.


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